नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव नतीजों में भाजपा को तीन राज्यों - मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में प्रचंड बहुमत प्राप्त हुआ है। इन तीनों राज्यों में प्रबल दावेदार होने के बावजूद चुनाव हारने वाली कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने ये दावे इस तथ्य के बावजूद किए हैं, जब कांग्रेस ने तेलंगाना में सत्ताधारी BRS को हराकर चुनाव जीता है।
अंशू अवस्थी ने कहा कि, ''हम बार-बार कह रहे हैं कि EVM पर विचार-विमर्श की जरूरत है। सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग के सामने यह सवाल उठाया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि देश का लोकतंत्र पर भरोसा बना रहे, EVM को हटाने की जरूरत है और इस पर विचार-विमर्श करने की जरूरत है।' उन्होंने कहा कि, ''यह संभव नहीं है कि ज़मीन पर लोगों की इच्छा कुछ और हो और EVM कुछ और ही कहें। इसलिए, इस पर विचार-विमर्श करने की जरूरत है। देश यही चाहता है, हम यही चाहते हैं।''
#WATCH | UP Congress spokesperson Anshu Awasthi says, "We have been saying again and again that a deliberation on EVMs needs to happen. All political parties have raised this question before the Election Commission. To ensure that the country's trust in democracy continues, EVMs… pic.twitter.com/fcmuaGaAj9
— ANI (@ANI) December 3, 2023
रिपोर्ट के अनुसार, रविवार (3 दिसंबर) को, चार राज्यों में मतगणना के दिन, कांग्रेस प्रवक्ता ने तीन राज्यों में कांग्रेस पार्टी की हार के लिए EVM को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि आत्मनिरीक्षण करना आवश्यक है। हालाँकि, कांग्रेस के प्रवक्ता इस तथ्य पर चुप रहे कि EVM का इस्तेमाल तेलंगाना में भी किया गया था, जहाँ कांग्रेस पार्टी ने 119 सदस्यीय सदन में 64 सीटें जीतकर जीत हासिल की, जबकि मौजूदा सत्ताधारी BRS ने 38 सीटें जीती थीं।
44 सेकेंड के वीडियो में कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने EVM पर सवाल उठाए। कांग्रेस प्रवक्ता के मुताबिक, लोगों को EVM पर नहीं बल्कि देश के लोकतंत्र पर भरोसा होना जरूरी है। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग के समक्ष अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर जरूरी हो तो EVM को हटा देना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहले भी कई विपक्षी नेता EVM पर संदेह और आक्षेप जता चुके हैं। दो महीने पहले कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने भी मांग की थी कि चुनाव EVM के बजाय मतपत्र से कराए जाएं।
मनीष तिवारी ने EVM मशीनों में धांधली और छेड़छाड़ की आशंका जताते हुए कहा कि देश के लोकतंत्र को तकनीक के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। EVM पर संदेह जताने के अलावा, कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने की भविष्यवाणी के बाद एग्जिट पोल पर भी सवाल उठाए थे। भारत के चुनाव आयोग के मुताबिक, भाजपा ने मध्य प्रदेश में 163 सीटों के साथ अपनी सरकार बरकरार रखी है, जबकि उसने छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस को 54 सीटों के साथ हरा दिया है, जबकि कांग्रेस ने 35 सीटें जीती हैं, राजस्थान में भाजपा ने 115 सीटों के साथ चुनाव जीता है। राजस्थान में 69 सीट कांग्रेस ने जीतीं। दूसरी ओर, कांग्रेस ने BRS द्वारा हासिल की गई 39 सीटों के मुकाबले 64 सीटों के साथ तेलंगाना चुनाव जीता, जहां सीएम के.चंद्रशेखर राव अपनी सीट हार गए।
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