नई दिल्ली: आज शुक्रवार (28 जून) को संसद में NEET-UG परीक्षा में कथित अनियमितताओं का मुद्दा उठा सकता है, बताया जा रहा है कि सरकार ने भी इसका जवाब देने की तैयारी कर ली है। इससे पहले लोकसभा में नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ लेने के दौरान हंगामा देखने को मिला था। सत्तारूढ़ NDA के सांसदों के शपथ ग्रहण करने के दौरान कई विपक्षी सांसदों ने NEET मुद्दे पर नारेबाजी की थी।सूत्रों के अनुसार, विपक्ष दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान NEET का मुद्दा उठा सकता है। अगर विपक्ष शुक्रवार को लोकसभा में NEET का मुद्दा उठाता है, तो केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान हस्तक्षेप कर सकते हैं। सरकार के एक सूत्र ने बताया है कि, "सरकार NEET मुद्दे पर विपक्ष के सभी प्रश्नों का जवाब देगी, क्योंकि समस्या के समाधान के लिए सत्तारूढ़ सरकार द्वारा आवश्यक कार्रवाई की गई है।"
कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे के आवास पर INDIA ब्लॉक के नेताओं की बैठक में NEET मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई। दरअसल, इस बात पर आम सहमति बनी कि विपक्ष दोनों सदनों में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए दबाव बनाएगा। बैठक में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, NCP (शरदचंद्र पवार) नेता शरद पवार और सुप्रिया सुले, DMK नेता कनिमोझी, शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत, प्रियंका चतुर्वेदी और अरविंद सावंत, AAP नेता संजय सिंह और संदीप पाठक और अन्य शामिल हुए। वामपंथी नेता विकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा कि, "शुक्रवार को हम NEET मुद्दे पर चर्चा की अपनी मांग पर अड़े रहेंगे। अब समय आ गया है कि सरकार इस पर प्रतिक्रिया दे। हम सोमवार से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में भाग लेंगे।" मल्लिकार्जुन खड़गे, जो राज्यसभा में विपक्ष के नेता भी हैं, ने उचित समन्वय सुनिश्चित करने के प्रयास में तीन दिनों के भीतर सदन के नेताओं के साथ दो बैठकें कीं। गुरुवार को खड़गे ने संसद के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें NEET में अनियमितताओं और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के समाधान का कोई उल्लेख नहीं था। हालाँकि, महामहिम मुर्मू ने अपने अभिभाषण में NEET मुद्दे को संबोधित किया था, उन्होंने कहा था कि, "हालिया अनियमितताओं और पेपर लीक से सख्ती से निपटा जा रहा है और सरकार का ध्यान परीक्षा प्रक्रिया में सुधार पर है। ऐसी घटनाएं (प्रश्नपत्र लीक होना) कई राज्यों में हुई हैं, हमें इसके लिए राजनीति से परे जाकर कदम उठाने की जरूरत है।"
18वीं लोकसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा था कि मौजदुआ सरकार देश के युवाओं को बड़े सपने देखने और उन्हें हासिल करने में सक्षम बनाने के लिए माहौल बनाने के लिए काम कर रही है। महामहिम मुर्मू ने कहा था कि, "यदि किसी कारणवश परीक्षाओं में बाधा उत्पन्न होती है, तो यह उचित नहीं है। सरकारी भर्तियों और परीक्षाओं में शुचिता और पारदर्शिता बहुत जरूरी है।" उन्होंने कहा था कि, "केंद्र सरकार परीक्षा आयोजित करने के लिए जिम्मेदार एजेंसी (राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी/ NTA) के कामकाज को सुधारने के साथ-साथ परीक्षा के संचालन में शामिल प्रक्रियाओं में सुधार करने की दिशा में काम कर रही है।" अब राष्ट्रपति के अभिभाषण के ये अंश साफ़ बताते हैं कि, उन्होंने परीक्षा और पेपर लीक के मुद्दे पर बात रखी थी, लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि उन्होंने कुछ नहीं कहा। जबकि, सरकार द्वारा NTA चीफ बदल दिया गया है, देशभर में ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां जारी हैं, ममता सुप्रीम कोर्ट में है, NTA में सुधार करने के लिए और लीक रोकने के लिए पूर्व ISRO चीफ के नेतृत्व में एक समिति का गठन हुआ है, जो कमियों को तलाशेगी और उन्हें दूर करने में सरकार की मदद करेगी। आज सरकार NEET पर संसद में जवाब देने के लिए भी तैयार है, लेकिन विपक्ष द्वारा हंगामे के आसार हैं।
बहरहाल, देश के सर्वोच्च पद, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा है कि, "मोदी सरकार द्वारा लिखे गए राष्ट्रपति के अभिभाषण को सुनकर ऐसा लगा कि मोदी जी लगातार इनकार की स्थिति में हैं। जनादेश उनके खिलाफ था, क्योंकि देश की जनता ने उनके "400 पार" के नारे को नकार दिया और भाजपा को 272 के आंकड़े से दूर रखा। मोदी जी इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए वे दिखावा कर रहे हैं कि कुछ भी नहीं बदला है, लेकिन सच्चाई यह है कि देश की जनता ने बदलाव मांगा था।"
खड़गे ने दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण का जिक्र करते हुए कहा, "कुल मिलाकर, मोदी जी माननीय राष्ट्रपति से झूठ पढ़वाकर कुछ वाहवाही बटोरने का निरर्थक प्रयास कर रहे हैं, जिसे भारत की जनता ने 2024 के चुनावों में खारिज कर दिया है।" बता दें कि, NEET-UG परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी और परिणाम पांच जून को घोषित किए गए थे। पटना में प्रश्नपत्र लीक और अनियमितताओं के आरोपों के कारण मेडिकल प्रवेश परीक्षा विवादों में घिर गई है। CBI ने गुरुवार को NEET-UG पेपर लीक मामले में पहली गिरफ्तारी करते हुए पटना में दो लोगों को हिरासत में लिया। इसके अलावा भी NEET मामले में 4 राज्यों से 26 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जो राज्य पुलिस ने की हैं।
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