भारत में पीएम मोदी द्वारा लॉकडाउन किया गया है, ताकि किसी तरह कोरोना वायरस पर काबु पाया जा सके. इस प्रयास के बाद भी कोरोना संक्रमण फैलता जा रहा है. वही, कुछ इलाकों में कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन यानी फेज तीन में पहुंचने की आशंका गहरा गई है. खासकर, तब्लीगी जमात के लोगों के बड़े पैमाने पर देश के कई इलाकों में फैलने और कोरोना के नए मरीजों के सामने आने के बाद सरकार रोकथाम के लिए नई रणनीति अपनाने पर विचार कर रही है. इसके तहत बड़ी संख्या में कोरोना के मरीजों वाले हॉटस्पॉट में लोगों का बड़ी संख्या में कोरोना का टेस्ट शुरू किया जा सकता है. इसके लिए शुक्रवार को आइसीएमआर नई गाइडलाइंस जारी करेगी.
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वायरस की रोकथाम के लिए नई रणनीति के तहत सरकार कम्युनिटी ट्रांसमिशन की आशंका वाले इलाके में वहां घर-घर जाकर लोगों से संपर्क किया जाएगा. इन इलाकों में कोरोना के लक्षण वाले लोगों की जांच के साथ-साथ बड़े पैमाने पर आम लोगों के सैंपल की भी जांच की सकती है. ताकि यह पता लगाया जा सके कि वहां कोरोना का वायरस कितना फैला है. वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नई परिस्थिति को देखते हुए कोरोना वायरस के टेस्ट के दिशानिर्देशों को बदलने की तैयार की जा रही है.
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इस कदम को लेकर आइसीएमआर के दिशानिर्देशों के मुताबिक अभी तक केवल कोरोना लक्षण उभरने पर ही मरीजों की जांच की अनुमति थी, लेकिन अब इसमें ढील दी जा सकती है. आइसीएमआर नए दिशानिर्देश को तैयार करने में जुटा है, जिसमें यह बताया जाएगा कि कौन-कौन से लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा सकता है. आइसीएमआर के डाक्टर रमन गंगाखेड़कर ने कहा कि शुक्रवार को नए दिशानिर्देश जारी कर दिये जाएंगे.
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