हैदराबाद: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार (17 सितंबर) को आरोप लगाते हुए कहा कि जहां विपक्षी नेता केंद्रीय एजेंसियों के नेतृत्व में जांच का सामना कर रहे हैं, वहीं तेलंगाना के सीएम के.चंद्रशेखर राव (KCR) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) नेताओं के खिलाफ कोई मामला नहीं है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें अपना ही मानते हैं।
राहुल ने तेलंगाना के तुक्कुगुडा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि, "KCR के खिलाफ कोई मामला नहीं है। AIMIM के खिलाफ कोई मामला नहीं है। केवल विपक्ष पर हमला किया जाता है। मोदी जी कभी भी अपने लोगों पर हमला नहीं करते हैं। वह आपके सीएम और AIMIM के नेताओं को अपना मानते हैं, और इसलिए, उनके खिलाफ कोई मामला नहीं है।" राहुल ने भारत राष्ट्र समिति (BRS) को "भाजपा रिश्तेदार समिति" करार दिया और कहा कि, दोनों पार्टियों के बीच घनिष्ठ संबंध हैं।
राहुल ने आगे कहा कि, "वे एक-दूसरे को अलग-अलग पार्टियां कहते हैं, लेकिन वे मिलीभगत से मिलकर काम कर रहे हैं। मैंने लोकसभा में BRS सांसदों को देखा है। जब भाजपा को उनकी जरूरत थी, तो उनके (BRS) लोगों ने इसका समर्थन किया।" राहुल गांधी ने दावा करते हुए कहा कि, BRS ने कृषि कानूनों, GST और राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति चुनावों पर भाजपा को "समर्थन" दिया था। अपने भाषण में, राहुल ने यह भी बताया कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना को राज्य का दर्जा देने के अपने वादे को पूरा किया, और कहा कि यह KCR और उनके परिवार के लाभ के लिए नहीं किया गया था।
राहुल गांधी ने दावा किया कि भाजपा या AIMIM के किसी भी प्रयास के बावजूद, BRS सरकार अगले 100 दिनों में बाहर हो जाएगी। इसके अलावा, गांधी ने उन 6 गारंटियों को रेखांकित किया जिनकी घोषणा कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले तेलंगाना के लोगों के लिए की थी। इनमें घर निर्माण के लिए 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता, महिलाओं के लिए 2,500 रुपये का मासिक वजीफा, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा, 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर, गृह ज्योति योजना के तहत 200 यूनिट मुफ्त बिजली आदि शामिल हैं।