ओटावा: कनाडा ने ब्रैम्पटन शहर में बीते दिनों खालिस्तानी समर्थकों द्वारा भारत की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की हत्याकांड पर आधारित झांकी के प्रदर्शन में किसी भी घृणा अपराध से इनकार किया है. दरअसल, दो दिन पहले ही भारत ने इस प्रकार के लोगों को देश में जगह दिए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की थी और कहा था कि यह घटना खुद कनाडा के लिए भी सही नहीं है.
Float representing the assassination of late PM Indira Gandhi, was part of the Nagar Kirtan Sikh parade in the city of Brampton, Canada. pic.twitter.com/4fqgs26Yq8
— Pagan ???? (@paganhindu) June 8, 2023
उल्लेखनीय है कि, खालिस्तानी समर्थकों द्वारा यह झांकी ऑपरेशन ब्लूस्टार की 39वीं वर्षगाठ से ठीक पहले 4 जून को निकाली गई थी. ऑपरेशन ब्लूस्टार के दौरान अलगावादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले ओर उसके समर्थकों को बाहर निकालने के लिए तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी के आदेश पर भारतीय सेना अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में घुस गई थी. जिसके बाद दो अंगरक्षकों ने इंदिरा गांधी की हत्या कर दी थी. इस झांकी में 2 सिख जवानों को इंदिरा गांधी पर गोली चालते हुए दिखाया गया था.
इस झांकी का वीडियो सामने आने के बाद केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयंशकर ने गुरुवार (8 जून) को कहा कि यह दोनों देशों के बीच रिश्तों के लिए अच्छा नहीं है. दूसरी तरफ भारत में कनाडा के हाई कमिशन कैमरन मैके ने कहा था कि कनाडा में नफरत के लिए कोई स्थान नहीं है. जयशंकर के बयान के बाद अब अब ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने एक बयान जारी कर कहा है कि पुलिस ने वीडियो को देखा है और उनका मानना है कि इसमें घृणा फैलाने जैसी कोई बात न हीं थी.
इसके साथ ही मेयर ने अपने बयान में कनाडाई चार्टर की धारा 2 का भी हवाला दिया गया है. जो कनाडाई विचार, विश्वास और अभिव्यक्ति की आज़ादी की गारंटी देता है. मेयर ने कहा कि पुलिस का काम कानून को लागू करना है न कि कानून लिखने का. खालिस्तानियों की तरफ से निकाली गई झांकी पर भारत में कनाडाई उच्चायुक्त एकमात्र ऐसे अधिकारी है जिन्होंने प्रदर्शनी को गलत करार दिया था और कड़ी निंदा की थी.
तब कांग्रेस क्यों चुप थी ?
यह भी गौर करने वाली बात है कि, यही खालिस्तानी जब अमेरिका में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे, तब राहुल मुस्कुरा रहे थे. अमेरिका में राहुल के कार्यक्रमों में भी कई खालिस्तानी समर्थक शामिल हुए थे. इससे पहले जब ये खालिस्तानी, कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन आदि देशों में मंदिरों को निशाना बना रहे थे, वहां हिंदुस्तान मुर्दाबाद, नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद के नारे लिख रहे थे, तब भी कांग्रेस खामोश थी. लेकिन, अब अपनी पार्टी की दिग्गज नेता की ऐसी तस्वीर देखकर कांग्रेस नेता भी आगबबूला हैं और कनाडा को लताड़ लगा रहे हैं.
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