नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर और भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर ने मंगलवार (27 जून) को बताया कि मवेशियों की तस्करी रोकने के लिए उन्होंने पुलिस से निगरानी बढ़ाने और सीमाओं को सील करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस को यह भी कहा है कि सुनिश्चित करें कि ‘गौरक्षकों’ पर कोई हमला न हो। राहुल नार्वेकर ने बताया कि यह निर्देश इसलिए दिया गया है, ताकि पड़ोसी राज्यों से महाराष्ट्र में मवेशियों की तस्करी न हो। उन्होंने बताया कि पुलिस को संवेदनशील इलाकों का दौरा करने और वहां पेट्रोलिंग करने के लिए दस्ते गठित करने के निर्देश दिए गए हैं।
नार्वेकर ने आगे कहा कि उन्होंने संस्थानों और गैर सरकारी संगठनों के बीच “भय” को लेकर उनकी एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (लॉ एंड ऑर्डर) और नांदेड के पुलिस अधीक्षक (SP) के साथ मीटिंग की है, ताकि आगामी बकरीद के त्योहार पर बड़ी संख्या में गौ हत्या पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने कहा कि नांदेड़ और अन्य जगहों पर भड़की हिंसा के मद्देनज़र एहतियाती कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि, 'हमने पुलिस और प्रशासन से कड़ी निगरानी रखने और संवेदनशील इलाकों में गश्त करने के लिए दस्ते गठित करने और बॉर्डर सील करने को कहा है ताकि मवेशियों की तस्करी न हो सके और यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है कि गौरक्षकों पर कोई हमला न हो और बकरीद पर गौहत्या न हो।'
Vijayapura Mulla, In Karnataka making peaceful EID Speech : Will sacrifice Cow during Bakrid, and will sacrifice Shaitan( BJP MLA B S Yatnal) too if it opposes Cow slaughter. ....This extraordinarily peaceful speech he makes in front of Cong Minister Shivananda Patil. pic.twitter.com/lApyMjptkf
— VADIRAJ C S ???????? (@vschanna) June 17, 2018
कर्नाटक में गौरक्षकों को लात मारकर जेल में डालने के आदेश :-
बता दें कि, एक तरफ जहाँ महाराष्ट्र में बकरीद पर गौहत्या रोकने के लिए पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं और गौरक्षकों पर हमला न हो ये सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है, वहीं कर्नाटक में इसके ठीक विपरीत आदेश जारी हुए हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र और कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रियांक खड़गे ने बकरीद से पहले गौरक्षकों और बजरंग दल के सदस्यों को जेल में डालने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि, जो लोग कानून अपने हाथ में लेते हैं और कहते हैं कि वे इन ‘दल’ से हैं। ऐसे लोगों को पीटकर जेल में डाल दो। उन्होंने कहा है कि, बकरीद का त्योहार मुस्लिम समुदाय अंतर्राष्ट्रीय रूप से मनाता है। वहीं रिश्तेदारों के बीच कुर्बानी के मांस का वितरण और तकबीर का जाप इस दिन की सबसे अहम प्रथाओं में शामिल हैं। बता दें कि, कर्नाटक के ही पशुपालन मंत्री वेंकटेश खुद भी कह चुके हैं कि, जब भैंस काटी जा सकती है, तो गाय क्यों नहीं। वहीं, 2018 में कर्नाटक में विजयपुरा के हाशिम पीर दरगाह के प्रमुख तनवीर हाशमी कांग्रेस मंत्री शिवानंद पाटिल की मौजूदगी में ही गाय काटने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में मंत्री प्रियंक खड़गे के निर्देश के मायने यही निकलते हैं कि, बकरीद पर यदि कहीं गौहत्या होती है, तो गौरक्षक उसे रोकने न जाएं, वरना अल्पसंख्यकों को परेशान करने और माहौल बिगड़ने के आरोप में कार्रवाई हो सकती है।
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