आयुर्वेद में दवा के बजाय अच्छे खान-पान और लाइफस्टाइल पर अधिक ध्यान दिया जाता है। आयुर्वेद का मानना है कि हमारा खानपान दवा के समान होना चाहिए ताकि रोग दूर रहें। इसके ग्रंथों में कई खाद्य पदार्थों का उल्लेख है जिन्हें नियमित रूप से खाने से स्वास्थ्य और दीर्घकालिक जीवन सुनिश्चित किया जा सकता है। इन्हें ‘अमृत’ भी कहा गया है क्योंकि ये शरीर के वात, पित्त और कफ दोषों को संतुलित रखते हैं। आइए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण अमृत खाद्य पदार्थों के बारे में:
हल्दी
हल्दी भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है और आयुर्वेद में इसे अमृत का दर्जा दिया गया है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण शरीर को निरोगी और स्वस्थ रखते हैं। रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना बहुत फायदेमंद होता है।
आंवला
आंवला में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रॉपर्टीज होती हैं जो इम्यूनिटी को बढ़ाती हैं और शरीर की ओवरऑल हेल्थ को दुरुस्त रखती हैं। रोजाना आंवले का जूस या सलाद के रूप में आंवला खाना बड़ी बीमारियों को दूर रखता है और शुगर, बीपी, मोटापे के खतरे को कम करता है।
तुलसी
तुलसी का पौधा आयुर्वेद में अमृत के समान है। यह एंजाइटी और स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है और इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है। रोजाना एक कप तुलसी के पत्तों की चाय पीना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
गिलोय
गिलोय या गुडुची का उपयोग पुराने समय से कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। यह शरीर को डिटॉक्स करता है और लीवर, पाचन समस्याओं, और ओवरऑल हेल्थ को सुधारता है। गिलोय का काढ़ा रोजाना पीने से शरीर स्वस्थ रहता है।
गाय का शुद्ध देसी घी
गाय के शुद्ध देसी घी को आयुर्वेद में अमृत माना गया है। रोजाना एक चम्मच घी खाने से दिमाग, पाचन, इम्यूनिटी, और शरीर की पूरी हेल्थ को लाभ होता है। इसे त्वचा के लिए मॉइश्चराइजर और बालों की ग्रोथ के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
इन अमृत खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और उम्र बढ़ाता है।
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