हर कोई सपना देखता है कि उसके पास एक अपनी कार हो. अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए बहुत से लोग लंबे वक़्त तक रुपये जमा करके अपनी मनपसंद कार भी खरीद लेते है. गाड़ी खरीदते वक़्त अधिकांश लोग उसके लुक, फीचर्स और मूल्य के बारें में बात की जाए तो हम इसके बारें में और भी अच्छी तरह से जान सकते है. लेकिन गाड़ी का सुरक्षित होना सबसे अहम होता है, जिसपर लोग ध्यान नहीं देते हैं. कोई भी गाड़ी खरीदने से पहले यह जरूर जान लेना चाहिए कि आप जिस गाड़ी को खरीद रहे हैं वो दुर्घटना के वक़्त आपकी जान बचा सकती है या नहीं. इसके लिए गाड़ी की क्रैश टेस्ट रेटिंग्स को जरूर चेक करना चाहिए. आज हम आपको बताने वाले हैं कुछ ऐसी ही 5 पॉपुलर कारों के मामले में जो क्रैश टेस्ट में पास नहीं हो पाई है, लेकिन फिर भी इनकी बाजार में खूब बिक्री भी हो रही है.
मारुति स्विफ्ट: स्विफ्ट में साइड हेड प्रोटेक्शन नहीं मिल रहा है, इसलिए इसका साइड पोल इम्पैक्ट टेस्ट नहीं अब तक नहीं हो पाया है. इस कार को चाइल्ड ऑक्यूपेंट सुरक्षा के लिए 16.68 अंक और वयस्क यात्री सुरक्षा के लिए 19.19 अंक भी किए जा रहे है. साइड इम्पैक्ट टेस्ट और हेड प्रोटेक्शन के लिए यह कुछ ही हद तक सेफ कहा जा रहा है. ग्लोबल एनसीएपी ने इस कार को 1 स्टार सेफ्टी रेटिंग दी है.
होंडा WR-V : यह कार भी क्रैश टेस्ट रैंकिंग में पास नहीं हो पाई है. इसे सभी सुरक्षा बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए केवल 1 स्टार सेफ्टी रेटिंग भी प्रदान की जा चुकी है.
हुंडई ट्यूसॉन: Latin NCAP के सेफ्टी क्रैश टेस्ट में हुंडई की प्रीमियम SUV को जीरो (Zero) सेफ्टी रेटिंग भी दी जा रही है. हालांकि इसके 6 एयरबैग वाले वैरिएंट को संस्था ने 3 स्टार रेटिंग प्रदान की जा चुकी है.