हम बात कर रहे है एसटीपीएफ (स्पेशल टास्क प्रोटेक्शन फाॅर्स ) कार्यालय के परिसर की। यहां की पुलिस किसी अज्ञात साए के ख़ौफ़ के चलते कार्यालय छोड़ भाग जाती है। बात रात की ही नहीं है बात दिन की भी है दिन में भी जवानो और अधिकारियो को अकेले कार्यालय जाने में डर लगा रहता है। अधिकारी कार्यलय बदलने की भी मांग कर चुके है।
यहां के पुलिस उपाधीक्षक सुरेशचंद मीणा व पुलिसकर्मी प्रेमचंद राजाराम आदि ने बताया कि 15 सितम्बर की रात करीब सवा दस बजे तीन- चार पुलिसकर्मी कार्यलय के कमरे में बैठे हुए थे। इसी बीच एक पुलिसकर्मी बाहर चला गया। वापस आने पर कांस्टेबल चेतराम मीणा पलंग के निचे पड़ा हुआ था, और तभी वह चिल्लाया आत्मा आत्मा। उसका कहना था की उसे किसी ने पलंग से उठाकर नीचे पटक दिया। और उसके हाथ पैर में चोट के निशान भी लगे थे। बस तभी से वहां पर आत्मा का डर बैठ गया।
सीओ मीणा ने बताया की अगले दिन रात में चेतराम परिसर स्थित घर पर था , लेकिन मध्य रात्रि बाद वह कार्यालय में आकर गिरा उसके शरीर पर सिंदूर लगा हुआ था। अँधेरे में वनकर्मियो ने उसकी पिटाई भी कर दी।