ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की कुंडली के भाव, राशि तथा ग्रह उसकी विदेश यात्रा के लिए महत्वपूर्ण माने जाते है इन्ही के आपसी संबंधों के कारण व्यक्ति की विदेश यात्रा संभव होती है. कुछ राशियां है जैसे मेष, कर्क, तुला और मकर इन राशियों के व्यक्ति में विदेश यात्रा कि अधिक सम्भावना होती है जो की उनके कई ग्रहों का एक ही कक्षा में होना विदेश यात्रा को निश्चित करता है. लेकिन व्यक्ति के जीवन में कई समस्याएं होती है जिसके कारण उसका यह सपना अधूरा रह जाता है. परन्तु ज्योतिष शास्त्र में इसका हल दिया गया है अगर आप ज्योतिष शास्त्र में दिए इन उपायों को अपनाते है तो आप अपने विदेश जाने के सपने को सच कर सकते है.
यदि आप मकर संक्रांति के दिन सफ़ेद तिल व गुड़ को लेकर एक मिट्टी कि हांडी में रखकर उसे पीपल के स्वयं गिरे पत्तों से ढक दें तथा सूर्यास्त होने के बाद इस हांडी को किसी आक के पौधे की जड़ में रखकर वापस बिना पीछे पलटे अपने घर आकर केसर को पानी में मिलाकर स्नान करें. व इसके पश्चात अपने गुरु को याद करें. ऐसा करने से आपका यह सपना जल्द ही सच होगा.
यदि आपकी विदेश यात्रा में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न हो रही है तो प्रतिदिन हनुमान जी के मंदिर जाकर उनके समक्ष दीपक जलाएं व हनुमान चालीसा का पाठ करें हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद हनुमान जी की 3 परिक्रमा कर उनसे विदेश जाने में उत्पन्न हो रही बाधा को समाप्त करने की प्रार्थना करें इससे आपकी मनोकामना जल्द ही पूरी होगी.
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