जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर जिले के ओसियाँ क्षेत्र के बिगमी गाँव में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, यहाँ एक ही परिवार के तीन लोगों ने जहर खाकर खुदखुशी कर ली। खुदखुशी करने वालों में 55 वर्षीय भंवरी देवी, उनके 27 वर्षीय बेटा नवरत्न सिंह एवं 24 वर्षीय बेटा प्रदीप शामिल थे। इस घटना के पश्चात्, तीनों ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने खुदखुशी के लिए अपने बड़े बेटे की पत्नी और उसके परिजनों को जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में इन लोगों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की गई है।
जानिए पूरा मामला
यह घटना 11 दिसंबर 2024, बुधवार को घटित हुई। बिगमी गाँव में एक घर के अंदर तीनों के शव मिले, जिनके मुंह से झाग निकल रहा था, जिससे यह साफ था कि उन्होंने जहरीला पदार्थ खाया था। यह शव सबसे पहले प्रदीप की मौसी के नाबालिग बेटे ने देखे, जिसने इस घटना की खबर अन्य परिजनों और गाँववालों को दी। शवों के मिलने के पश्चात्, परिजनों ने तुरंत तीनों को नजदीकी चिकित्सालय पहुंचाया, किन्तु चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच के अनुसार, तीनों ने सामूहिक रूप से जहर खाकर खुदखुशी की थी। परिवार द्वारा छोड़ा गया सुसाइड नोट ने घटना को और गंभीर बना दिया। इस नोट में तीनों ने अपनी मानसिक पीड़ा और उत्पीड़न की कहानी साझा की तथा आरोप लगाया कि उनके बड़े बेटे की पत्नी और उसके परिजनों ने उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया था। नोट में लिखा था, "हमको मानसिक रूप से तंग किया गया, झूठे इल्जाम लगाए गए तथा हमारी मौत की सजा मंडला के लाल सिंह, हुकम सिंह, श्रवण सिंह और उनकी बेटी नीतू कंवर ने हमें मानसिक रूप से टॉर्चर किया। हम पर झूठे आरोप लगाए गए, और हमारी मौत की सजा इन सभी के पूरे परिवार को दिलवाइए, साहब, प्लीज़।"
आत्महत्या की वजह
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नवरत्न की शादी कुछ महीने पहले पास के गाँव की नीतू कंवर से हुई थी। शादी के बाद से ही यह परिवार मानसिक उत्पीड़न का शिकार हो रहा था। नवरत्न और नीतू के बीच भी संबंधों में तनाव था तथा पति-पत्नी के झगड़े बढ़ गए थे। इसके अलावा, ससुराली जनों द्वारा उत्पीड़न और झूठे आरोपों का सामना करने के बाद, परिवार ने खुदखुशी करने का कदम उठाया। दोनों भाई, नवरत्न और प्रदीप, एक फाइनेंस कंपनी में काम करते थे और अपने परिवार के आर्थिक रूप से सहायक थे। इस घटना ने गाँव में सभी को हिला कर रख दिया है। पुलिस ने तीनों शवों का पोस्टमार्टम करवाया है, और पुलिस द्वारा मामले की तहकीकात जारी है। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आत्महत्या के कारणों का स्पष्ट रूप से खुलासा किया जाएगा।
यह घटना सामाजिक स्तर पर उत्पीड़न और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं पर सवाल खड़ा करती है। हाल ही में, 34 वर्षीय एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या ने समाज को भी झकझोर कर रख दिया। इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं गंभीर रूप ले सकती हैं और किसी को भी प्रभावित कर सकती हैं। इस घटना के बाद से यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या हमारी समाजिक संरचना और पारिवारिक दबाव मानसिक स्वास्थ्य पर इतना बड़ा बोझ डाल रहे हैं कि लोग अपने जीवन को समाप्त करने की सोच अपने मन में ले आता हैं। इस तरह के मामलों से यह भी समझ आता है कि यही समय है कि हम मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझें और इस पर काम करें, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके।