बॉलीवुड की पॉपुलर एक्ट्रेस कृति खरबंदा ने इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाने के लिए काफी मेहनत की है। हालांकि, उन्हें लगातार सफलता नहीं मिली और उनकी कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर खास कमाल नहीं दिखा पाईं। कृति ने खुद एक इंटरव्यू में बताया कि अपनी फिल्मों के फ्लॉप होने से वे टूट गई थीं और मुंबई आने के अपने फैसले पर पछताने लगी थीं।
"मुंबई आने का फैसला लगता था गलत"
कृति ने कहा कि जब उनकी फिल्में नहीं चल रहीं थीं और अच्छे प्रोजेक्ट भी नहीं मिल रहे थे, तो वे निराश हो गईं। उस समय उन्हें लगने लगा कि शायद वे इस इंडस्ट्री के लिए बनी ही नहीं हैं। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। वे कहती हैं, "हिम्मत हार जाना मेरे लिए ऑप्शन नहीं था। अगर ऑप्शन होता तो शायद मैं छोड़ देती। भगवान का शुक्र है कि मैंने ऐसा नहीं किया।"
साउथ इंडस्ट्री से बॉलीवुड तक का सफर
कृति खरबंदा ने अपने करियर की शुरुआत साउथ इंडस्ट्री से की थी। 2009 में उन्होंने साउथ की तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में काम करना शुरू किया। इसके बाद 2016 में उन्होंने बॉलीवुड में राज रीबूट से कदम रखा, लेकिन ये फिल्म भी दर्शकों को खास पसंद नहीं आई।
फ्लॉप फिल्मों का सिलसिला
राज रीबूट के बाद कृति ने गेस्ट इन लंदन, शादी में जरूर आना, वीरे की वेडिंग, कारवां, यमला पगला दीवाना फिर से, और पागलपंती जैसी फिल्मों में काम किया। इनमें से ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाईं। हालांकि, शादी में जरूर आना को फैंस के बीच काफी पसंद किया गया और इस फिल्म ने उनके करियर में एक खास पहचान बनाई।
हिट फिल्म 'हाउसफुल 4' बनी करियर की मील का पत्थर
कृति के करियर में सबसे बड़ी हिट हाउसफुल 4 रही, जो 2019 में रिलीज हुई थी। इस मल्टीस्टारर फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 194.60 करोड़ रुपये की कमाई की। इस फिल्म ने कृति को एक अलग मुकाम दिया और दर्शकों के बीच उनकी पहचान और मजबूत की।
ओटीटी पर भी किया काम
2020 में कृति खरबंदा तैश नाम की फिल्म में नजर आईं, जो जी5 पर स्ट्रीम हुई थी। इसके बाद उनकी फिल्म 14 फेरे भी ओटीटी पर ही रिलीज हुई। हालांकि, दोनों फिल्मों को खास प्रतिक्रिया नहीं मिली।
आने वाले प्रोजेक्ट्स
अब कृति के पास रिस्की रोमियो और एक अनटाइटल्ड फिल्म जैसी नई प्रोजेक्ट्स हैं। देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में कृति के करियर में कौन सा मोड़ आता है और क्या वे अपने करियर को एक नया मुकाम दे पाएंगी।
'सरदार पटेल के योगदान को सालों तक भुलाए रखा..', एकता दौड़ के दौरान बोले गृहमंत्री
क्या महाराष्ट्र में राज ठाकरे के बेटे का समर्थन करेगी भाजपा? सामने आया ये जवाब
'बांग्लादेश से घुसपैठ रोके बिना पश्चिम बंगाल में नहीं आएगी शांति', अमित शाह का बड़ा-बयान