पेरिस: यूरोप का एक देश युवाओं में यौन संबंधी बीमारियों के बढ़ने से चिंतित है। इस देश के लिए अनचाही प्रेग्नेंसी भी इन दिनों बड़ी समस्या बनकर उभरी है। दरअसल, फ्रांस के युवाओं में AIDS (एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम) और HIV (ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस) जैसी यौन बीमारियां तेजी से बढ़ रहीं हैं। बड़ी तादाद में 25 वर्षों तक के नागरिक इन यौन बीमारियों का शिकार बन रहे हैं। लिहाजा फ्रांस की सरकार ने अब इस पर लगाम लगाने के लिए एक बड़ी पहल की है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने ‘अनचाही प्रेग्नेंसी’ और ‘सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन’ से युवाओं को बचाने के लिए ‘कंडोम’ को फ्री करने का फैसला किया है।
राष्ट्रपति मैक्रॉन के फैसले के अनुसार, नए साल से यानी 1 जनवरी 2023 से 18 से 25 वर्ष के बीच के युवाओं के लिए ‘कंडोम’ को मुफ्त कर दिया जाएगा। सरकार ने यह फैसला ऐसे वक़्त में लिया है, जब देश में बड़ी तादाद में युवा यौन संबंधी बीमारियों से संक्रमित हो रहे हैं और कई महिलाओं को ‘अनचाही प्रेग्नेंसी’ का सामना करना पड़ रहा है। फ्रांस में पहले ही अत्यधिक महंगाई के कारण गरीब लोगों की आर्थिक स्थिति खराब है और ऐसे में संक्रमित रोगो से जूझना और इसका उपचार करवाना उनके लिए बड़ी समस्या बना हुआ है।
फ्रांस में 25 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों को पहले से ही सरकार की तरफ से फ्री बर्थ कंट्रोल (कॉन्ट्रासेप्टिव) दिया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अनचाही प्रेग्नेंसी उनके लिए मुसीबत न बने। हालांकि सरकार की ये नीति पुरुषों पर लागू नहीं होती। राष्ट्रपति मैक्रॉन ने गुरुवार को कहा कि फार्मेसी या मेडिकल क्लिनिक में 1 जनवरी से 18-25 आयु वर्ग के लोग कंडोम मुफ्त में ले सकेंगे। राष्ट्रपति मैक्रॉन के इस फैसले के बाद अब इस बात पर बहस छिड़ गई है कि ‘कंडोम फ्री’ करने के इस फैसले में नाबालिगों को शामिल क्यों नहीं किया गया। हालांकि राष्ट्रपति ने आश्वासन दिया है कि नाबालिगों पर इस नीति को लागू करने पर भी विचार किया जाएगा।
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