कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए समाज का प्रत्येक भाग अपने-अपने स्तर पर संघर्ष कर रहा है तथा इस संक्रमण से लड़ने के लिए कोशिश कर रहा है। जर्मनी में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब यहां एक वेश्यालय को कोरोना जांच केंद्र बना दिया गया तथा यहां काम करने वाली महिलाएं भी सक्रीय हो चुकी हैं।
वही ये वेश्यालय दक्षिण-पश्चिमी जर्मनी में हायडलबर्ग नाम के जिले में मौजूद है। इसका नाम बिहीव लव सेंटर है तथा यहां 25 स्त्रियां काम करती हैं। जर्मनी के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने इनमें से कुछ महिलाओं को कोरोना जांच करने का प्रशिक्षण भी दिया है। यहां काम करने वाली 45 वर्ष की महिला ने इस मामले में अपना पक्ष रखा। मीडिया से बात करते हुए जेनी ने कहा कि मुझे एक प्रोटेक्टिव गाउन, मास्क तथा ग्लव्ज पहनने पड़ते हैं। सामान्य रूप से मैं इतना अधिक ढक कर स्वयं को नहीं रखती हूं किन्तु इस वायरस के चलते हमें कई सारी व्यवस्था करनी पड़ रही है तथा इस वायरस के संकट को देखते हुए हम पूरी सावधानी बरत रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमें अपनी नौकरी में भी बहुत संवेदनशील रहना पड़ता है तथा कोरोना टेस्टिंग के समय भी कुछ ऐसा ही है। टेस्टिंग के 20 मिनटों के भीतर ही किसी भी शख्स को अपने मोबाइल पर कोरोना टेस्टिंग के परिणाम प्राप्त हो जाते हैं। विशेष बात ये है कि इस टेस्ट के लिए लोगों को किसी प्रकार की राशि अदा नहीं करनी पड़ती है।
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