पटना: शासन और प्रशासन के द्वारा निरंतर हर्ष फायरिंग पर नियंत्रण लगाने की बात कही जा रही है लेकिन किन्तु इस तरफ कोई ठोस कादम नहीं उठाये जा रहे हैं। नतीजतन आए दिन हर्ष फायरिंग में मौत और घायल होने की घटनाएं निरंतर हो रही हैं। इस बीच इसका शिकार भोजपुरी की मशहूर लोक गायिका निशा उपाध्याय भी हुई जिन्हें एक कार्यक्रम के चलते गोली लग गई। आननफानन में उन्हें इलाज के लिए पहले प्राइवेट हॉस्पिटल एवं फिर वहां से पटना के मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां उनका उपचार चल रहा है।
दरअसल, घटना 31 मई की रात की है। छापड़ा थाना क्षेत्र सेंधवार गांव में भोजपुरी गायिका निशा उपाध्याय बीरेंद्र सिंह के यहां पर गृह प्रवेश, जनेऊ, जन्मदिन के अवसर पर समारोह करने के लिए पहुंची हुई थी। स्टेज पर उपस्थित निशा अपनी गानों की प्रस्तुति दे रहीं थी। इसी के चलते किसी ने हर्ष फायर कर दिया। बंदूक से निकला छर्रा निशा के पैर में जा धंसा। 30-40 मिनट तक उन्हें पैर में छर्रा लगने का एहसास तक नहीं हुआ। वह पूरे जोश के साथ अपनी प्रस्तुति देती रहीं। जैसे ही थोड़ा वक़्त गुजरा निशा को अचानक से तेज दर्द हुआ तथा वह स्टेज पर गिर गईं। ध्यान से पैर की तरफ देखा तो खून बह रहा था।
कार्यक्रम में हंगामा मच गया। तत्काल ही निशा को उपचार के लिए पटना के प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने बिना देर किए निशा के पैर में धंसा छर्रा निकला दिया। फिलहाल निशा की हालत ठीक है। चिकित्सालय में उनसे मिलने वालों की लाइन लगी हुई है। भाजपा से लेकर अन्य पार्टियों के लोग भी उनका हाल-चाल जानने के लिए चिकित्सालय पहुंचे। वही इस घटना के बाद निशा उपाध्याय ने कहा- 'किसी भी कार्यक्रम में हर्ष फायरिंग पूरी तरह रुकनी चाहिए। आज मेरे पैर में गोली लगी है। अगर गले या कहीं और लग जाती तो मेरी जान भी जा सकती थी।'
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