कोलकाता: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर भड़की हिंसा पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस सख्त नज़र आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। यह शैतान का खेल खत्म होना चाहिए। राज्य में हिंसा से गवर्नर इतने ‘हैरान’ हैं कि वह आज शुक्रवार (16 जून) को सभी कार्यक्रम निरस्त कर भांगड़ के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस बीच, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पंचायत चुनाव के दौरान पूरे बंगाल में केंद्रीय वाहिनी तैनाती का आदेश दिया है।
नामांकन के आखिरी दिन गवर्नर ने गुरुवार की रात भांगड़ और चोपड़ा की हिंसा को लेकर बेहद कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि, 'लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया पर अटैक किया गया है। यानी लोकतंत्र प्रभावित हुआ है। शैतान का यह खेल खत्म होना चाहिए। यह पश्चिम बंगाल में अंत की शुरुआत है। गवर्नर आनंद बोस ने कहा कि, लोकतंत्र का गला घोंटने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी। लोकतंत्र में जनता ही मालिक होती है। उन्हें बगैर डरे मतदान करने का अधिकार है। दरअसल, नामांकन के दौरान हिंसा से गवर्नर सीवी आनंद बोस बेहद नाराज हैं। बंगाल में विरोधी पार्टियों के नेताओं को नामांकन करने से रोका जा रहा है और उनपर हमले हो रहे हैं। यह भी ध्यान देने वाली बात है कि, बंगाल में एक कांग्रेस कार्यकर्ता, एक CPIM कार्यकर्ता की हत्या हो चुकी है और दोनों ही पार्टियों ने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर ही हिंसा का आरोप लगाया है।
राजभवन के सूत्रों के अनुसार, गवर्नर ने शुक्रवार को होने वाले अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए हैं। हालांकि, गुरुवार देर रात तक राजभवन की तरफ से स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं बताया गया था। राज्यपाल शुक्रवार की सुबह भांगड़ के हिंसा प्रभावित इलाके में पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
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