ओटावा: पीएम जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) द्वारा कनाडा की धरती पर हरदीप सिंह निज्जर नामक खालिस्तानी आतंकवादी को मारने का भारत सरकार पर झूठा आरोप लगाने के कुछ घंटों बाद, उनके देशवासियों ने भारत के साथ संबंध बिगाड़ने के लिए सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना की है। पत्रकार डैनियल बॉर्डमैन, कनाडाई प्रधान मंत्री ट्रुडो की चालाकी और एक शीर्ष भारतीय राजनयिक को देश से निष्कासित करने के उनके फैसले से हैरान थे।
To expel an Indian diplomat based on an internal report (In a fucking ongoing investigation!!!) that has a "potential" that Indian government was involved in the death of Hardeep Singh Nijjar is insane. Absolutely bat shit insane behaviour form Trudeau and CO.
— Daniel Bordman (@Ranting4Canada) September 19, 2023
उन्होंने लिखा, ट्रूडो और सीओ का व्यवहार बिल्कुल बकवास है। डैनियल ने कहा कि, 'एक आंतरिक रिपोर्ट (एक चल रही जांच में!!!) के आधार पर एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित करना, जिसमें “संभावना” है कि भारत सरकार हरदीप सिंह निज्जर की मौत में शामिल थी, पागलपन है।' उन्होंने आगे लिखा कि, "यह एक ऐसी सरकार है जिसका CBC के वापस लिए गए लेख पर आधारित खुफिया रिपोर्ट के आधार पर कठोर कार्रवाई करने का इतिहास है, इसलिए मुझे यह बताने के लिए क्षमा करें कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय में कोई भी हमें संदेह का लाभ नहीं देगा।"
Our polling numbers are at all-time lows, so I need to create a new crisis to distract Canadians.
— Justin Trudeau's Ego (@Trudeaus_Ego) September 18, 2023
That's why my Government is suddenly making a big deal about #India's ties to the killing of a Sikh man earlier this year.
People are more likely to support me if they're scared. pic.twitter.com/mrlaZW6Z3R
जस्टिन ट्रूडो (@Trudeaus_Ego) के कनाडा स्थित पैरोडी हैंडल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'हमारी मतदान संख्या अब तक के सबसे निचले स्तर पर है, इसलिए मुझे कनाडाई लोगों का ध्यान भटकाने के लिए एक नया संकट पैदा करने की जरूरत है। इसीलिए मेरी सरकार इस साल की शुरुआत में एक सिख व्यक्ति की हत्या से भारत के संबंधों के बारे में अचानक बड़ी बात कर रही है।' एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल ने जोर देकर कहा कि, "अगर लोग डरे हुए हैं तो उनके मेरा समर्थन करने की अधिक संभावना है।"
वहीं, पियरे नामक एक कनाडाई यूज़र ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, "ट्रूडो एक प्रसिद्ध आतंकवादी प्रेमी हैं।" 'ए किड फ्रॉम ब्रुकलिन' ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, "वह (पीएम ट्रुडो) इस स्थिति का उपयोग सिख मतदाताओं से समर्थन हासिल करने के लिए करना चाहते हैं, इस तथ्य पर विचार किए बिना कि मंदिर (गुरूद्वारे) में एयर इंडिया के हमलावर को श्रद्धांजलि दी जाती है और बदला लेने का आह्वान किया जाता है।" भारतीय-कनाडा संबंधों पर ट्रूडो के आवेगपूर्ण कार्यों की क्षमता को पूरी तरह से महसूस करते हुए, एक अन्य सोशल मीडिया यूज़र ने कहा कि, 'इससे भारत-कनाडा संबंधों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। भारत एक बढ़ती हुई शक्ति है और मुझे नहीं लगता कि सहयोगी देश इन आरोपों पर कनाडा का साथ देंगे।'
कनाडाई सोशल मीडिया यूजर्स ने जस्टिन ट्रूडो पर देश के आंतरिक मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए राजनयिक गतिरोध का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया। एक जेसन कुचिरका ने कहा कि, “यह मेरे लिए ध्यान भटकाने वाला लगता है। मुझे आश्चर्य है ऐसा क्यों।'' एक अन्य यूज़र लिखा कि, "उसे (पीएम ट्रुडो को) झूठ बोलने या विपक्ष पर हमला करने की भी ज़रूरत नहीं है कि वह जिस तरह से बात करता है, उससे कहीं अधिक खराब है, बस मुझे उसका चेहरा तोड़ने की इच्छा होती है।"
भारत-कनाडा में क्यों पैदा हुआ विवाद:-
बता दें कि, बीते कुछ समय से कनाडा में हिन्दू मंदिरों पर लगातार हमले देखे गए हैं और मंदिरों पर खालिस्तानी नारे लिखे जाते हैं। भारत हमेशा से इस संबंध में कनाडा से कड़े कदम उठाने का आग्रह करता रहा है, लेकिन कनाडा में खालिस्तानी गतिविधियां जारी हैं। इसी बीच गुरु नानक सिख गुरुद्वारा साहिब के प्रमुख और भारत में वांछित खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की इस साल 18 जून को दो अज्ञात हमलावरों ने सरे में गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह भारत सरकार द्वारा वांछित आतंकवादी था। 46 वर्षीय व्यक्ति जालंधर के गांव भार सिंहपुरा का निवासी था।
खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत को दोषी ठहराते हुए मंगलवार (19 सितंबर) को एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया था। यह घटनाक्रम कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी देने के बाद आया कि निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के आरोपों की जांच की जा रही है। उन्होंने इस हत्या को कनाडा की संप्रभुता पर हमला बताया और कहा कि इसके परिणामस्वरूप, कनाडा ने एक शीर्ष भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया है।
इसके बाद जैसे को तैसा जवाब देते हुए भारत के विदेश मंत्रालय ने सख्त लहजे में कहा कि निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता का कोई भी आरोप 'बेतुका और प्रेरित' है। भारत के प्रति कनाडा के शत्रुतापूर्ण व्यवहार और भारत विरोधी आतंकवादियों को खुले समर्थन के जवाब में भारत ने भी कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को भी निष्कासित कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि, 'कनाडा के उच्चायुक्त को आज बुलाया गया और भारत में स्थित एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने के भारत के फैसले के बारे में सूचित किया गया। संबंधित राजनयिक को अगले पांच दिनों में भारत छोड़ने के लिए कहा गया है।'