भोपाल: मध्य प्रदेश में चुनावी माहौल आहिस्ता-आहिस्ता गर्म हो रहा है. चुनाव मैदान में खड़े हुए उम्मीदवार अलग-अलग तरीके से अपनी विधानसभा क्षेत्र के वोटर्स को आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं. इसी बीच भिंड जिले की दो विधानसभाओं के 3 उम्मीदवार कुछ अलग ढंग से ही वोटर्स के बीच सिंपैथी कार्ड खेलकर यानी सहानुभूति के सहारे वोट बटोरने की कोशिश कर रहे हैं.
यह तीनों उम्मीदवार वोटर्स के बीच पहुंचकर इस बात की घोषणा बार-बार कर रहे हैं कि यह उनका अंतिम चुनाव है तथा इस बार अपना कीमती वोट देकर उन्हें जिताएं. इस प्रकार की घोषणा लहार विधानसभा सीट से 7 बार के विधायक और वर्तमान में मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह द्वारा अपने समर्थकों की सहायता से मतदाताओं के बीच बार-बार की जा रही है. नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह अपने समर्थकों एवं वोटर्स से कह चुके हैं कि यह उनका अंतिम चुनाव है. किसी भी प्रकार इस बार उन्हें जीत दिलवा दें, तत्पश्चात, वे चुनाव नहीं लड़ेंगे.
वही इसी प्रकार की घोषणा भाजपा से बगावत करके बसपा के टिकट पर लहार विधानसभा से चुनाव लड़ रहे रसाल सिंह भी वोटर्स के बीच पहुंचकर कर रहे हैं. रसाल सिंह रौन विधानसभा से 4 बार विधायक रह चुके हैं तथा पिछले 2 बार से भी लहार विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे. लेकिन वे दोनों बार चुनाव हार गए. इस बार के चुनाव में भाजपा ने उनका टिकट काटकर अंबरीश शर्मा को चुनाव मैदान में उतार दिया. इस कारण रसाल सिंह भाजपा से बगावत करके बसपा में सम्मिलित हो गए तथा अब जनता के बीच पहुंचकर इस बात की घोषणा कर रहे हैं कि यह उनका अंतिम चुनाव है, इस चुनाव के पश्चात् वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, इसलिए उन्हें वोट देकर उन्हें जीत दिलाएं.
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