इंडियन टेनिस टीम को डेविस वर्ल्ड विश्व ग्रुप एक के मुकाबले में नॉर्वे का सामना करना पड़ रहा है। इंडियन टीम को नॉर्वे दौरे पर ये मुकाबले उस वक़्त खेले जाने वाले है जब इंडियन टीम एशियाई खेलों में हिस्सा लेने वाली होगी। डेविस कप मुकाबला या तो 16-17 या 17-18 सितंबर क होने वाला है जबकि एशियाई खेलों में टेनिस स्पर्धा 10 से 14 सितंबर तक ही होनी चाहिए। भारतीय खिलाड़ी भले ही 14 अप्रैल तक एशियाई खेलों की अपनी व्यस्तता पूरी कर सकते है, लेकिन डेविस कप के लिए नॉर्वे पहुंचना व्यावहारिक रूप से मुश्किल होने वाला है। खिलाडिय़ों को कोर्ट में उतरने से पहले परिस्थितियों का अभ्यस्त होने की आवश्यकता है।
अखिल इंडियन टेनिस संघ (एआईटीए) के लिए यह सुनिश्चित करना एक चुनौती होगी कि दोनों स्पर्धाओं में देश का प्रतिनिधित्व हो सकता है। AITA महासचिव अनिल धूपर ने कहा है कि हमने और एशियाई टेेनिस महासंघ ने AITF (अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ) से इस बारे में बात भी कर चुके है क्योंकि 12 एशियाई देश इससे प्रभावित होने वाले है। हमने तारीख में बदलाव के लिए बोला था लेकिन वे सहमत नहीं हुए। हम अब ITF में अपील दायर कर रहे हैं।
उन्होंने बोला है कि हम दोनों स्पर्धाओं में खेलना चाहते हैं और अन्य देश भी ऐसा ही चाह रहा है। पाकिस्तान भी अलग से अपील दर्ज करवा रहे है। देखते हैं क्या होता है। इंडिया और नॉर्वे ने डेविस कप के इतिहास में कभी एक-दूसरे का सामना नहीं कर पाए है। नॉर्वे की टीम में विश्व में 8वें नंबर के खिलाड़ी कैस्पर रुड हैं। उनके अगले सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी विक्टर डुरासोविक हैं। वह ATP एकल रैंकिंग में 329वें स्थान पर है। इंडियन टीम के कोच जीशान अली ने बोला है कि इस स्तर पर हर मुकाबला कठिन है और यह मुकाबला उनके देश में खेला जा रहा है, जो एक अलग तरह की चुनौती सामने होने वाली है। मुकाबला हमारे लिए कैसा होगा अभी इसके बारे में कुछ कहना जल्दबाजी हो सकती है।
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