मुंबईः दुनिया की दिग्गज पर्यटन कंपनियों में शुमार ब्रिटेन की ट्रैवल कंपनी थॉमस कुक ने हाल में अपने दिवालिया होने का ऐलान किया था। 178 साल पुरानी कंपनी थॉमस कुक पर करीब 15 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। संचालन जारी रखने के लिए 1766 करोड़ रुपये की तत्काल जरूरत थी। वहीं इसकी भारतीय ईकाई थॉमस कुक इंडिया लिमिटेड ने कहा है कि उसका घरेलू लेजर कारोबार सालाना 25 फीसदी की दर से बढ़ रहा है, जो उसके विदेशी यात्रा खंड कारोबार से भी ज्यादा है। इस संदर्भ में टीसीआईएल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (पर्यटन) रोमिल पंत ने कहा है कि, 'आगामी वर्षों में इस वृद्धि दर को कायम रखने में कंपनी को किसी तरह की दिक्कत नजर नहीं आ रही है।
साथ ही उन्होंने कहा कि ब्रिटिश टूर ऑपरेटर कंपनी थॉमस कुक के बंद होने से थॉमस कुक इंडिया के परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यह कारोबार कुछ साल पहले ही शुरू हुआ है और यह सालाना 25 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। विदेशी पर्यटन कारोबार 10 से 15 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। इसी माह रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने अपने क्रेडिट बुलेटिन में कहा था कि फॉरेन एक्सचेंज बिजनेस और ट्रैवल रिलेटेड सर्विस में थॉमस कुक इंडिया की रेटिंग मजबूत है। कंपनी का ऑपरेशन अच्छा है। रेटिंग एजेंसी ने कहा था कि ब्रिटेन की थॉमस कुक पीएलसी के दिवालिया होने से थॉमस कुक इंडिया पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, दोनों अलग-अलग कंपनियां है और इनका आपस में कोई जुड़ाव और संबंध नहीं है।
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