ऑनलाइन पेमेंट को आसान और फास्ट बनाने के लिए क्यूआर कोड बड़े काम भी आ रहे है क्योंकि इन्हें स्कैन करते ही आप सामने वाले व्यक्ति के पेमेंट एड्रेस पर आ जाते है और पलक झपकते ही पेमेंट भी कर पाएंगे। सालों से लोग ऐसे ही पेमेंट भी कर सकते है और यह तरीका काफी कारगर साबित हुआ है लेकिन बीते कुछ दिनों में ऐसे कई केस भी सामने आ चुके है इसमें क्यू आर कोड का इस्तेमाल फ्रॉड में किया जा रहा है। यह उन यूजर्स के लिए चेतावनी है जो क्यूआर कोड स्कैन करते ही ना आव देखते हैं ना ताव बस फटाक से पेमेंट कर देते हैं ऐसे लोगों को सावधान रहने की सबसे ज्यादा जरुरत है क्योंकि मार्केट में एक नया स्कैन आ चुका है जो आपको हजारों या लाखों रुपए की चपत भी लगने वाली है।
क्या है स्कैम: बड़े दुकानदारों या कंपनी मालिकों के पास पेमेंट के लिए जो QR कोड रहता है उसके नकली QR कोड से रिप्लेस करने का स्कैम आजकल मार्केट में खूब चल रहा है जिसमे फ्रॉड करने वाला व्यक्ति असली कोड के स्थान पर नकली कोड लगा देता है और सारी रकम अपने खाते में मंगवा भी लेते है। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। ना सिर्फ बड़ी कंपनी मालिकों के साथ बल्कि छोटे दुकानदारों और वेंडर्स के साथ भी ये स्कैम हो गया है।
कैसे खुद को बचा सकते हैं ग्राहक: पेमेंट करने वाला और रिसीव करने वाला व्यक्ति खुद को इस स्कैम से बचाना चाह रहे है तो इसके लिए सबसे जरूरी है कि स्कैनर कोड की जांच जरूर कर लें। अगर आप कोड स्कैन करते ही पेमेंट भी कर देते है तो ये आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है क्योंकि पेमेंट फिर गलत अकाउंट तक पहुंच ही जाती है। अधिकतर दुकानदार स्कैनर कोड को बाहर ही लगाकर रख देते है जिन्हें स्कैमर्स बदल देते हैं। ऐसे में पेमेंट स्कैन करने के उपरांत इसकी जांच जरूर करें तब ही पेमेंट को कम्प्लीट करें।
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