श्रीनगर: एक बार फिर से कश्मीर को लेकर राजनीतिक पारा चरम पर है और इस बीच शनिवार को बड़ी तादाद में कश्मीरी हिंदू और अन्य समाज के लोग एकत्रित हुए हैं। सभी ने कश्मीर में हो रही हिन्दुओं और सिखों की हत्याओं के खिलाफ विरोध किया। ऐसे में लोगों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी पर सियासत करने वाले लोग एक बार कश्मीर भी चले जाए और वहां के लोगों की आवाज भी सरकार तक पहुंचाने का काम करें, मगर सियासी दलों को वहां जाने से भय लगता है, कहीं आतंकी उन्हें ही अपना शिकार ना बना ले!
कश्मीरी पंडित समिति के पदाधिकारी रविवार शाम को 5:00 बजे जंतर मंतर पहुंचे थे और आतंकी संगठनों के खिलाफ जमकर नारे लगाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि सरकार लगातार हिंदुओं पर हो रहे हमलों को रोकने का कार्य करें, जिसमें लगातार मासूमों की जान जा रही है। वहीं लोगों का यह भी कहना है कि धर्म पूछकर लोगों की हत्या करने वाले लोगों का अपना कोई धर्म नहीं है, वह सिर्फ आतंकी है और ऐसे लोगों को एनकाउंटर में मार देना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि बीते 23 दिनों में 7 लोगों की हत्या हो चुकी है, ऐसे में अब कश्मीरी हिन्दुओं का दल आतंकी संगठनों के खिलाफ आवाज उठाएगा और वह सड़क पर उतर कर विरोध करेगा। वहां पर रहने वाले लोगों के अंदर भय का माहौल है। लोग अपने घरों में कैद रहने के लिए विवश हैं। महिलाएं सुरक्षित नहीं है। 32 वर्षों से कश्मीरी हिंदुओं का स्थाई पता नहीं बन पाया है। प्रदर्शन में शामिल कश्मीर महिलाओं का कहना है कि हालात बदतर हो चुके हैं, अगर ऐसा ही चलता रहा तो बचे हुए लोग भी कश्मीर को छोड़कर चले जाएंगे।
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