नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के छतरपुर में मौजूद बागेश्वर धाम में नेताओं के आने-जाने का सिलसिला जारी है। दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी से लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा तक बागेश्वर धाम जा चुके हैं। इस बीच बागेश्वर धाम को लेकर नेताओं की बयानबाजी का सिलसिला भी जारी है।
नेताओं की बयानबाजी के बीच ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के सांसदों को बयानों को लेकर सख्त हिदायत दी है। सूत्रों के अनुसार, नड्डा ने शुक्रवार को पार्टी सांसदों की ऑनलाइन बैठक ली। बैठक में जेपी नड्डा ने सांसदों को सख्त हिदायत दी कि विवादित और धार्मिक मुद्दों पर बयान न दें। भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी सांसदों से कहा कि धार्मिक मुद्दों पर पार्टी के अधिकृत प्रवक्ता ही बयान देंगे। आगे उन्होंने कहा कि धार्मिक मामले, सनातन धर्म जैसे विषय, जिनके हैं वो देखेंगे। मगर राजनीतिक लोगों को इसमें नहीं पड़ना चाहिए एवं ना ही बयान देना चाहिए।
आगे जेपी नड्डा ने कहा कि बागेश्वर धाम में जिसकी आस्था है, वो नेता जाएं। मगर बिना कारण के बयानों से परहेज करें। नड्डा ने आगे कहा कि बजट-राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जनता के बीच जाएं एवं प्रेस कांफ्रेंस करें। उन्होंने आगे कहा कि स्थानीय संगठन के साथ मिलकर बूथ और शक्ति केंद्र मजबूत करें। नड्डा ने ये भी बोला कि सांसद खेल स्पर्धा समेत अन्य कार्यक्रम पूरा करें। एक दिन पहले ही 16 फरवरी को बागेश्वर धाम में चल रहे 'धार्मिक महाकुंभ' में मनोज तिवारी पहुंचे थे। उन्होंने मंच पर भोजपुरी गाने गाए थे। मनोज तिवारी ने मंच से बागेश्वर धाम की महिमा को गाकर सुनाया था। उनके गाने सुनकर बागेश्वर धाम पहुंचे भक्त झूम उठे थे। मनोज तिवारी ने बोला था कि उन्होंने बागेश्वर धाम से भारत की संस्कृति के प्रसार की मन्नत मांगी है। हिंदू राष्ट्र की बात पर मनोज तिवारी ने बोला था कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सत्य सनातन को यूं ही आगे बढ़ाते रहें। हिंदू राष्ट्र पर उनके विचार अच्छे हैं।
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