मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी गुट से नवाब मलिक मैदान में उतर रहे हैं। नवाब मलिक ने साफ किया है कि जिन लोगों ने उनका नाम भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम से जोड़ा, उन पर वे मानहानि का मुकदमा करेंगे। गौरतलब है कि 2022 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था, जिसमें दाऊद और उसके सहयोगियों से संबंधों की बात कही गई थी। इसके बाद इस साल जुलाई में उन्हें मेडिकल आधार पर जमानत मिली। अब वे मानखुर्द-शिवाजी नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
नवाब मलिक ने यह भी कहा है कि उन्हें मंत्री बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है और यह चुनाव उनका आखिरी होगा। उन्होंने बताया कि जमानत मिलने के बाद उन्होंने अपने कार्यालय लौटकर काम शुरू कर दिया। जब उनसे उनकी बेटी सना मलिक के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि सना अणुशक्ति नगर क्षेत्र के लिए काम कर रही हैं, और वे चाहते थे कि वह वहां से चुनाव लड़े। लेकिन, मानखुर्द के लोगों के अनुरोध पर वे खुद चुनाव लड़ने का फैसला कर चुके हैं और जीतने के प्रति आश्वस्त हैं।
मलिक ने यह भी कहा कि उनके क्षेत्र में ड्रग माफिया को खत्म करना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने 29 अक्टूबर को मानखुर्द-शिवाजी नगर सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। मलिक, जो महाविकास आघाडी सरकार में मंत्री थे, 2022 में एनआईए द्वारा दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील, और टाइगर मेमन के खिलाफ दर्ज मामले में गिरफ्तार किए गए थे। हालांकि, इस साल जुलाई में उन्हें जमानत मिल गई। एनसीपी में विभाजन के बाद अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट ने भाजपा की आपत्तियों के बावजूद मलिक को अपने पक्ष में बनाए रखा।
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