बरेली: केरल के गवर्नर और राजीव गांधी सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि अल्लाह इंसाफ करने वालों को पसन्द करता है। उन्होंने कहा है कि कश्मीरी पंडितों को उनका घर छोड़ने पर विवश किया गया, अल्लाह का अजाब (सजा) उन पर बरसेगा। गुरुवार (2 मार्च) की दोपहर को बरेली के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि अल्लाह सिर्फ एक जगह हथियार उठाने की अनुमति देता है, जब किसी पर जुल्म हो रहा हो।
उन्होंने खुले मंच से कश्मीरी पंडितों का दर्द बयान करते हुए कहा कि जिन लोगों ने कश्मीरी पंडितों को घर छोड़ने के लिए विवश किया, क्या उन पर अल्लाह का कहर नहीं बरपेगा? आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि देश में सैकड़ों वर्षों तक विदेशी हुकूमत रही फिर भी इस देश की संस्कृति पर कभी खतरा नहीं पैदा हुआ। उन्होंने कहा कि 'यदि अल्लाह चाहता कि, दुनिया में एक ही मजहब हो, तो वो दूसरे धर्म बनाता ही क्यों ? अल्लाह अलग-अलग धर्म और लोगों को बनाये रखना चाहता है, तो तुम लोग अल्लाह के मर्जी में दखल क्यों दे रहे हो।'
पाकिस्तान की दुर्दशा पर गवर्नर खान में कहा कि वहा भुखमरी के हालत हैं। उन्होंने कहा कि माना हमारा पडोसी देश हमारी मर्ज़ी के खिलाफ बना, लेकिन हम नहीं चाहते कि वह टूटे। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि, वंदेमातरम में कोई भी विवादित शब्द नही है, उन्होंने इसका अनुवाद कर लोगों से इस पर राय मांगी थी। इसके साथ ही आरिफ मोहम्मद खान ने इल्म (शिक्षा) हासिल करने पर जोर दिया और मुस्लिम युवाओं को सलाह दी कि कुरान को समझ कर पढ़े। उन्होंने कहा कि, खुद से हर दिन सवाल किया करें कि आज हमने समाज को क्या दिया है।
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