कोरोना खतरे के बीच एक और मुसीबत ने देश में दस्तक दी है। अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान तौकते का संकट कई प्रदेशों पर मंडरा रहा है। तूफान पर रविवार को बुलाई गई बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि चक्रवात आने पर एक्शन प्लान क्या हो। गृह मंत्री अमित शाह ने निर्देश दिया है कि प्रदेशों में पावर सप्लाई न रुके, कोरोना संक्रमित रोगियों के उपचार पर प्रभाव न पड़े तथा अस्पतालों में एडमिट मरीजों की देखभाल प्रभावित न हो।
गृह मंत्री ने निर्देश दिए हैं कि पावर बैकअप के पुरे इंतजाम दुरुस्त की जाए। चक्रवात प्रभावित स्थानों पर कलेक्टर को यह निर्देश जारी किया गया है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति किसी भी प्रकार से बाधित न होने पाए। बैठक में यह भी निर्देश दिया गया है कि चक्रवात के समय स्थानीय निकाय सक्रिय रहें तथा औद्योगिक क्षेत्रों में होने वाली हानि को बचाया जाए। साथ ही बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि यदि तूफान की आशंका हो तो कोरोना मरीजों को अस्थाई हॉस्पिटल्स में शिफ्ट किया जाए, जहां उनका उपचार बाधित न हो। तौकते चक्रवात से निपटने के लिए गृह मंत्रालय ने 24 घंटे मॉनिटर होने वाला कंट्रोल रूम भी खोला है।
गृह मंत्रालय ने प्रदेशों से कहा है कि किसी भी वक़्त एयर फोर्स, नेवी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की और अधिक यदि आवश्यकता पड़े तो राज्य सरकार को केन्द्र से तत्काल सहायता मांगे, केंद्र सरकार हमेशा तैयार है। दरअसल चक्रवात पर तैयारियों को लेकर स्वयं गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस बैठक में गुजरात, महाराष्ट्र, दमन-दीव तथा दादर नगर हवेली के अफसरों ने शिरकत की। तूफान को लेकर कई प्रदेशों में अलर्ट भी जारी किया है।
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