कोलकता: पश्चिम बंगाल में पशु तस्करी मामले में अरेस्ट किए गए तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कद्दावर नेता अनुब्रत मंडल की रिहाई को लेकर विशेष न्यायाधीश को धमकी देने का मामला सामने आया है। धमकी में कहा गया है कि यदि अनुब्रत मंडल को इस मामले में जमानत नहीं दी गई, तो उनके (जज के) परिवार को झूठे मुक़दमे में फंसा दिया जाएगा। विशेष न्यायाधीश की ओर से इस मामले की शिकायत कर दी गई है और कार्रवाई की मांग की जा रही है।
बताया जा रहा है कि राजेश चक्रबर्ती नामक न्यायाधीश को किसी बप्पा चटर्जी नाम के व्यक्ति से एक पत्र मिला है। उसमें स्पष्ट कहा गया है कि यदि अनुब्रत मंडल को जमानत नहीं दी गई तो जज के परिवार को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (NDPS) के तहत किसी केस में फंसा दिया जाएगा। पत्र में लिखा है कि आपको आदेश दिया जाता है कि TMC नेता अनुब्रत मंडल को फ़ौरन छोड़ दिया जाए। ऐसा नहीं होने पर आपके परिवार पर NDPS के तहत केस दर्ज करवाया जाएगा। ये बात आपको पहले ही बता दी गई है।
बता दें कि जिस मामले में अनुब्रत मंडल अरेस्ट हुए हैं, वो अवैध मवेशियों की तस्करी से संबंधित है। साल 2020 में CBI ने BSF के एक पूर्व कमांडर को अरेस्ट किया था। उससे पूछताछ के बाद ही इस मामले के तार अनुब्रत मंडल तक पहुंचे थे। फिर इसी साल 11 अगस्त को CBI ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए TMC के जिला प्रमुख अनुब्रत मंडल को अरेस्ट किया। बता दें कि, मंडल, ममता बनर्जी के बेहद करीबी माने जाते हैं और बंगाल में उनकी एकतरफा तूती बोलती है। ऐसे में भाजपा का आरोप है कि, TMC और ममता बनर्जी, अनुब्रत मंडल को बचाने के लिए जज को धमका रहीं हैं।
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