मलप्पुरम. केरल में एड्स के खिलाफ जागरुकता फैलाने के मकसद से तीन मुस्लिम लड़कियों को सड़क पर डांस करने के लिए ट्रोल किया जा रहा है. कुछ मुस्लिम संगठन लड़कियों की आलोचना कर रहे हैं. एड्स जागरुकता कार्यक्रम मलप्पुरम के स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में इन तीनों लड़कियों ने बुर्के में सड़क पर डांस किया था. तीनों लड़कियां मल्लापुरम के डेंटल कॉलेज की छात्राएं हैं.
तीन स्टूडेंट बुर्का और जींस पहनकर मलयालम गीत में डांस कर रही हैं. इसके बाद यह विडियो फेसबुक और वॉट्सऐप पर तेजी से फैल गया और कुछ लोगों ने लड़कियों की भीड़ में नाचने पर जमकर आलोचना की और इसे धार्मिक विचारधारा के खिलाफ बताया. इस वीडियो को शेयर करते हुए लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है. वीडियो को शेयर करते हुए लोग लिख रहे हैं कि जींस और बुर्का पहनकर सरेआम नाचना इस्लाम के खिलाफ है. वहीं बहुत से लोग ये भी लिख रहे हैं कि इस तरीके से पब्लिक में नाचकर पता नहीं कौन सी जागरुकता फैलाना चाह रही हैं ये सब.
ऐसा नहीं है कि इन लड़कियों को सिर्फ भला-बुरा ही कहा जा रहा है. बहुत से लोग इन लड़कियों के सपोर्ट में भी उतर आए हैं. सोशल मीडिया कार्यकर्ता और मेडिकल ऑफिसर डॉ. शिमना अजीज फेसबुक पर लिखती हैं, लड़कियों को आजादी से वंचित रखने की बात करने वालों के पीछे अल्पसंख्यकों का एक छोटा तबका ही है. वह आगे लिखती हैं, यह दुर्भाग्यवश है कि लोगों का एक हिस्सा महिलाओं को 'वस्तु' की तरह देखता है और उन्हें यह समझना चाहिए कि सार्वजनिक रूप से लड़कियों को अपशब्द कहना भी धार्मिक विचारधारा के खिलाफ है.
कांग्रेस को औरंगजेब राज मुबारक हो - पीएम नरेंद्र मोदी
मुस्लिम महिला को मैकडोनाल्ड में जाने से रोका
पेटीएम पेमेंट्स बैंक का एटीएम शुरू