कोरोना संक्रमित तीन भारतीय अमेरिकियों की हालत गंभीर है. यह भारतीय मूल के अमेरिकी ह्यूस्टन के अस्पताल में भर्ती है. इनके परिवारों ने तत्काल उन लोगों से रक्तदान करने की अपील की है, जो कोविड-19 से संक्रमण मुक्त हुए हैं. इनमें से एक हाल ही में अपनी व्यावसायिक यात्रा के दौरान इस वायरस के संपर्क में आया है. उन्हें ब्लड ग्रुप ए या एबी चाहिए. उनकी पत्नी और तीन बच्चे भी कोरोना संक्रमित हैं और उन्हें घर में ही क्वारंटाइन कर दिया गया है.
कोरोना: ब्राज़ील में 240 लोगों की मौत, राष्ट्रपति बोले- ये महामारी सबसे बड़ी चुनौती
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इनमें से एक की पत्नी खुद एक चिकित्सक हैं और उसने तत्काल रक्त समूह ए या एबी के लिए अपील की है. डॉक्टर दंपती टेक्सास के ब्यूमोंट जाने से पहले लंबे समय तक ह्यूस्टन के निवासी थे.
दुनिया के 9 भाग्यशाली देश, जहाँ पर अभी तक नहीं पहुँच सका है 'कोरोना'
इसके अलावा तीसरे कोविड-19 के मरीज ने गुमनाम रहना पसंद किया है और मेमोरियल हरमन अस्पताल में प्लाज्मा ट्रांसफ्यूजन की प्रतीक्षा कर रहा है. सेंट ल्युक्स और मेमोरियल हरमन के डॉक्टरों के मुताबिक ऐसी परिस्थितियों में ऐसे व्यक्ति का खून बेहतर काम करेगा, जो पिछले दो हफ्तों में कोविड-19 से उबर चुका है और अब स्वस्थ है. अस्पताल इन रोगियों के लिए प्लाज्मा मैच खोजने की पूरी कोशिश कर रहा है. परिवार के मित्र और शुभचिंतक ह्यूस्टन क्षेत्र में खून के नमूने की तलाश कर रहे हैं, जो उनके जीवन को बचा सके. सेवा इंटरनेशनल, एक गैरलाभकारी धर्मार्थ संस्था, इन प्रभावित परिवारों के साथ मिलकर काम कर रहा है और सभी संभावित दाताओं की जानकारी जुटा रहा है.
कोरोना: न्यूयॉर्क में जा सकती है 16 हज़ार लोगों की जान, गवर्नर ने लिया आगाह
कोरोना: चीन की सबसे बड़ी धोखाधड़ी हुई उजागर, नेपाल को करोड़ों रुपए में बेचा नकली सामान