इस दिसंबर महीने में ग्रहों का विशेष संयोग बना हुआ है। जी दरअसल 05 दिसंबर को सुख और वैभव प्रदान करने वाले शुक्र ग्रह राशि बदलकर गुरु की राशि धनु में आ गए हैं। शुक्र अब धनु राशि की यात्रा करेंगे। इससे पहले 03 दिसंबर को भी बुद्धि और वाणी के ग्रह बुध भी इसी राशि में गोचर कर चुके हैं। वहीं उसके बाद मान-सम्मान और प्रसिद्धि दिलाने वाले सूर्यदेव भी धनु राशि में आ जाएंगे। बुध और शुक्र के धनु राशि में आने फिर सूर्य का भी इसी राशि में प्रवेश करने से सभी जातकों के जीवन और देश-दुनिया में इसका व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
आपको बता दें कि साल 2022 के आखिरी माह में बुध तीन बार अपनी राशि बदलेंगे। बुध सबसे पहले 03 दिसंबर को धनु राशि में प्रवेश कर गए हैं। उसके बाद दिसंबर माह के अंत में 28 तारीख को मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। वहीं इसके बाद 31 दिसंबर को बुध मार्गी से वक्री हो जाएंगी। ऐसे में एक बार फिर से बुध मकर से वापस धनु राशि में आ जाएंगे। वहीं एक माह में कई बार बुध की चाल और राशि परिवर्तन करने से व्यापार,लेखन, वकालत और पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े जातकों की मुसीबत बढ़ सकती हैं। धन हानि होने की संभावना है।
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आपको बता दें कि महीने के पहले सप्ताह में यानी 05 दिसंबर को शुक्र धनु राशि में अपना स्थान बदलेंगे। उसके बाद इस महीने की 29 तारीख को भी शुक्र ग्रह धनु से मकर राशि में आ जाएंगे। शुक्र माह के आखिरी समय पर अपने मित्र ग्रह शनि की राशि में परिवर्तन करेंगे। शुक्र के एक बार गुरु की राशि फिर शनि की राशि में परिवर्तन करने से कुछ राशि के लोगों को धन लाभ होगा तो कुछ की परेशानियां बढ़ सकती है। इसी के साथ वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर एक माह में सूर्य अपनी राशि बदलते हैं। दिसंबर माह में सूर्य गुरु की राशि धनु में प्रवेश करेंगे। सूर्य जब भी साल में एक बार धनु राशि में आते हैं तो खरमास शुरू हो जाता है। जी हाँ और खरमास शुरू होने से विवाह और मांगलिक कार्य एक माह के लिए थम जाते हैं क्योंकि इस दौरान सूर्य का तेज कम हो जाता है।
सूर्य के धनु राशि में गोचर करने से सभी जातकों के जीवन में गहरा प्रभाव पड़ता है। वहीं ज्योतिषाचार्यों के अनुसार दिसंबर में बुध और शुक्र का कई बार राशि परिवर्तन, फिर बुध,शुक्र और सूर्य तीनों का धनु राशि में गोचर कई तरह के परिवर्तन के संकेत हैं। इस महीने रोजगार के बेहतर अवसर लोगों को प्राप्त होंगे। आपदा में कमी आने के संकेत हैं। बीमारियों में भी कमी आ सकती है।
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