ग्वालियर : मध्य प्रदेश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, दूसरे जिले या राज्य से आने वाले लोग व पॉजिटिव मरीज कोरोना वायरस से कम मोहल्ले वालों से ज्यादा घबरा रहे हैं. पड़ोसी उन्हें कोरोना पॉजिटिव समझकर परेशान करना शुरू कर देते हैं. पॉजिटिव मरीज के घरों पर पत्थर फेंके जा रहे हैं. यहां तक की राशन-पानी तक नहीं लेने दिया जा रहा है. जिससे परेशान होकर लोग कह रहे हैं कि यदि उनकी भी रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती तो कम से कम वह अस्पताल में चैन से तो रह सकते थे.
दरअसल, इतना ही नहीं कई लोग जो दूसरे राज्य या जिले से आए उनके घरों पर लोगों ने धमकियां भरे फोन करना शुरू कर दिया. जब रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो लोग इतना घबरा गए कि खुद ही कॉलोनी के बाहर जाकर खड़े हो गए. जिससे कम से कम परिजन तो चैन से जी सकें.
वहीं, लॉकडाउन में परिवार से दूर रहने के बाद लोग जैसे-तैसे अपने घर पहुंचे तो यहां भी उनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कॉलोनी या मोहल्ले वाले दूसरे राज्य या जिलों से आने वाले को संदेह की नजर से देख रहे हैं. प्रशासन ने भले ही होम क्वारंटाइन कर दिया हो, लेकिन लोग अधिकारियों को फोन करके बार-बार व्यक्ति को संस्थागत क्वारंटाइन करने का दबाव बना रहे हैं. वहीं जिस व्यक्ति की पॉजिटिव रिपोर्ट आ जाती है, उसके परिवार के लिए घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. मीडिया ने जब कुछ पॉजिटिव मरीजों से फोन पर चर्चा की तो पता चला कि प्रशासन तो कॉलोनी या मोहल्ले को सील करके पुलिस जवान तैनात करके चला गया है. जबकि परिवार के सदस्यों को राशन-पानी तक का संकट झेलना पड़ रहा है.
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