इंदौर/ब्यूरो। कारोबारी को ब्लैकमेल कर 50 लाख रुपये से ज्यादा की वसूली करने वाली मुलजिम तो रिमांड पर है, लेकिन पुलिस अफसर भी जांच की जद में आ गए है। फरियादी के आरोपों के बाद डीसीपी ने एसीपी को जांच सौंप दी। मामले में टीआइ-एएसआइ और एक सिपाही से पूछताछ (बयान) होगी।
एमआइजी पुलिस ने श्रीनगर (एक्सटेंशन) निवासी अनाज कारोबारी रवि अग्रवाल की शिकायत पर गुंडे साहिल उर्फ बच्चा और उसकी बहन प्रिया चौहान को गिरफ्तार किया है। बच्चा को तो जेल भेज दिया, लेकिन प्रिया अभी रिमांड पर है। प्रिया ने पूछताछ में बताया कि रवि से वसूली रकम उसके मामा संजय और सिपाही गोविंद ने रख ली। गोविंद 15 दिन पूर्व तक इसी थाने में पदस्थ था।
टीआइ ने आवेदन मार्क किया, एएसआइ ने की जांच - प्रिया ने साजिश के तहत ब्लैकमेल किया है। रवि से उसकी पिछले साल दोस्ती हुई थी। दोनों बैंगलुरु घूमने गए और शारीरिक संबंध बनाए। प्रिया ने बुटिक और घर के नाम पर 25 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद साजिश की और दुष्कर्म का आरोप लगा कर 50 लाख मांगे। उसने थाने में एक लिखित शिकायत कर दी। टीआइ अजय वर्मा ने यह आवेदन एएसआइ धीरज शर्मा के नाम मार्क कर दिया। एएसआइ ने गोविंद के साथ षड्यंत्र कर रवि को हिरासत में ले लिया। संजय नामक दलाल के माध्यम से तोड़बट्टा हुआ और 30 लाख में सौदा तय हुआ। 20 लाख रुपये तो पहली किस्त में लिए गए। रुपयों से भरी थैली संजय लेकर गया। इसके बाद शपथपत्र के नाम पर गोविंद ने 10 लाख रुपये लिए।
पुलिस अफसरों की भूमिका संदिग्ध होने से डीसीपी जोन-2 संपत उपाध्याय ने परदेशीपुरा एसीपी भूपेंद्रसिंह को जांच के आदेश दिए हैं। एसीपी ने पुलिसवालों के बयान लेना शुरू कर दिए हैं। शुक्रवार को सिपाही को बुलाया गया लेकिन वह नहीं पहुंचा। उधर पुलिसकर्मियों ने फरियादी पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
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