गुवाहाटी : असम के गुवाहाटी में कई दिनों से रह रहे तिब्बती शरणार्थियों द्वारा नियम विरुद्ध फर्जी पासपोर्ट बनाने का मामला सामने आया है. दून पासपोर्ट कार्यालय में अपना पासपोर्ट रि-इश्यू कराने पहुंचे एक व्यक्ति के दस्तावेजों की जांच में इस फर्जीवाड़े का पता चला .
मिली जानकारी के अनुसार इन शरणार्थियों ने पूर्व में गुवाहाटी से अपने पासपोर्ट बनवा लिए थे. लेकिन बाद में ये तिब्बती देहरादून आकर रहने लगे. यहां पर दो लोगों ने पासपोर्ट बनवाना चाहा लेकिन पकडे गए. दोनों तिब्बतियों के पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं. यही नहीं पासपोर्ट ऑफिस ने कहा है कि यदि हिमाचल और उत्तराखंड में रह रहे तिब्बती शरणार्थियों ने नियम विरुद्ध ऐसे पासपोर्ट हासिल किए हैं, तो उन्हें कार्यालय में समर्पित कर दें. अन्यथा जुर्माने के साथ कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
इस बारे में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ऋषि अंगरा ने बताया कि तिब्बती शरणार्थियों को पासपोर्ट जारी करने का प्रावधान ही नहीं है. इन शरणार्थियों को पासपोर्ट की जगह आइडेंटिटी सर्टीफिकेट (आईसी) जारी किया जाता है. जो उनके लिए पासपोर्ट की तरह काम करता है. भारत सरकार के नियमानुसार किसी भी शरणार्थी को पासपोर्ट जारी नहीं किया जाताकार्यालय ने ऐसे दो मामले पकड़े हैं. गलत तरीके से पासपोर्ट हासिल करने वालों को अपने पासपोर्ट समर्पित करने को कहा गया है.
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