मनोरंजन जगत की मशहूर एक्ट्रेस और गायिका शहनाज गिल के शो 'देसी वाइब्स' के नए एपिसोड में ब्रह्मकुमारी शिवानी तमाम मुद्दों पर उनसे बातें करती दिखाई दी। बात जब शाकाहारी और मांसाहारी खाने के फर्क की आरम्भ हुई तो शहनाज गिल ने बताया कि कैसे एक बार उन्हें मेडिकल रीजन्स के चलते नॉन-वेज फूड खाने को बोला गया था तथा तब उन्हें कैसा अहसास हुआ था। शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें कब और कैसे नॉन वेज फूड खाना पड़ा था।
उन्होंने बताया, "मुझे C3C5 इश्यू था तथा मैं अपनी गर्दन नहीं घुमा पाती थी। मेरी गर्दन जाम हो गई थी। क्योंकि मैं शाकाहारी थी, इसलिए चिकित्सकों ने मुझे तब तक नॉन-वेज खाना खाते रहने को बोला, जब तक मैं पूरी तरह ठीक नहीं हो जाऊं। मुझे वह सूप लंबे समय तक पीना पड़ा और मैं अंदर से रो रही होती थी।" शहनाज गिल की बात सुनकर ब्रह्मकुमारी शिवानी ने कहा, "आज पश्चिम के लोग भी इस बात पर भरोसा करते हैं कि आप जो खाते हो आप वही बन जाते हो।"
ब्रह्मकुमारी शिवानी ने बताया, "मांसाहारी भोजन में दर्द की संवेदनाएं होती हैं। यदि बात हम कर्म की करें तो यदि किसी को हमारे स्वाद या स्वास्थ्य के लिए मरना पड़ता है तो यह हमारे लिए हेल्दी नहीं है। कर्म के हिसाब से भी और वाइब्रेशन के हिसाब से भी। यह एक मृतक की ऊर्जा है। शाकाहारी खाने में काफी सारे प्रोटीन के सोर्स हैं। उन्हें खोजिए एवं अपनी शाकाहारी डाइट पर वापस आ जाइए।" इस पर शहनाज गिल ने जवाब दिया, "मैंने वापस शाकाहारी खाना आरम्भ कर दिया है, मगर मैं मायूस थी क्योंकि मुझे वापस नॉन वेज खाने पर जाना पड़ा था। मैं अपनी सेहत के लिए कुछ भी कर सकती हूं तथा मुझे लगा कि शायद यह मुझे बचा लेगा।" बता दें कि ब्रह्मकुमारी शिवानी ने शहनाज गिल के शो में प्रातः जल्दी जगने के फायदों के बारे में भी बताया और भी तमाम मुद्दों पर खुलकर चर्चा की।
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