देवास: मध्य प्रदेश के देवास में घटी घटना से पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई है। जामनेर नदी में टीआई (थाना प्रभारी) की डूबकर मौत हो गई। हरदा के नेमावर थाना प्रभारी राजाराम वास्कले नदी में देखे गए एक अज्ञात शव को निकालने के लिए कूदे थे मगर भंवर में फंस जाने के चलते उनकी ही जान पर बन आई। स्थानीय लोगों की सहायता से उन्हें नदी से तो निकाल लिया गया, मगर हॉस्पिटल ले जाते वक़्त उनकी मौत हो गई।
पुलिस अफसर राजाराम वास्कले एक कुशल तैराक थे तथा अबतक नदी में डूब रहे 11 व्यक्तियों को बचा चुके था। राजाराम वास्कले बड़वानी जिले के निवासी थे। इससे पहले भी उन्होंने तकरीबन 11 बार नदी में कूद कर लोगों की जान बचाई थी। लोगों ने बताया कि पुलिस अफसर ने कई बार उफान पर बह रही नर्मदा नदी में उतर कर भी लोगों को बचाया है मगर जब स्वयं की मौत आई तो एक लाश ही वजह बन गई।
थाना प्रभारी राजाराम वास्कले के निधन के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दुख जताते हुए उनके परिवार को 1 करोड़ रूपए की सम्मान निधि देने का ऐलान किया है। इधर सोमवार को राजाराम वास्कले केअंतिम संस्कार में राजनेता एवं प्रशासनिक अफसर सम्मिलित हुए। उनके अंतिम संस्कार में भारत माता की जय के नारे भी लगाए गए। रविवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान भी बड़वानी जिले के प्रवास पर थे। इस के चलते जब इस दुखद घटना की उन्हें जानकारी प्राप्त हुई तो उन्होंने वहीं पर थाना प्रभारी वास्कले के परिवार को एक करोड़ रुपए की सम्मान निधि दिए जाने का ऐलान कर दिया। 40 वर्षीय वास्कले मूल रूप से बड़वानी जिले के निवासी थे। बीते 2 वर्षों से नेमावर थाने में पदस्थ थे। परिवार में पत्नी और छोटा बेटा है। लगभग 1 माह पहले ही बेटी का जन्म भी हुआ है। वास्कले उज्जैन सायबर क्राइम में भी पदस्थ रह चुके थे। अपनी कार्यशैली की वजह से उनकी विशिष्ट पहचान थी।
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