कोलकाता: केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज शुक्रवार (2 अगस्त) को पश्चिम बंगाल राशन घोटाला मामले में उत्तर 24 परगना जिले के देगांगा में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के ब्लॉक अध्यक्ष अनीसुर रहमान को उनके भाई और पार्टी सहयोगी अलिफ नूर के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
ED ने गिरफ्तारी से पहले अनीसुर रहमान और अलिफ नूर से करीब 15 घंटे तक पूछताछ की। मंगलवार को उनके आवास पर तलाशी अभियान के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार सुबह दोनों भाइयों को कोलकाता कार्यालय में बुलाया था। केंद्रीय जांच एजेंसी की विभिन्न टीमों ने जेल में कैद पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के करीबी सहयोगी शेख शाहजहां, बाकिबुर रहमान, अनिसुर रहमान और बारिक बिस्वास के आवासों पर भी दबिश दी। दोनों TMC नेता कोलकाता के CGO कॉम्प्लेक्स में जांच अधिकारी के समक्ष पेश हुए। दोनों भाइयों को कथित तौर पर जांच में सहयोग न करने और कई बार पूछताछ के दौरान असंगत बयान देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ED सूत्रों ने बताया है कि, पूछताछ के दौरान भाइयों के जवाबों से जांच अधिकारी असंतुष्ट थे। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कई अवैध लेन-देन की पहचान की, जिसके लिए भाई संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे सके।
इसके अलावा, दोनो TMC नेता अपनी चावल मिलों के वित्तीय लेन-देन, आय और व्यय के बारे में पर्याप्त रूप से बताने में विफल रहे। 15 घंटे की पूछताछ के बाद, ईडी ने उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत बंगाल राशन घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि, ED ने पहले बताया था कि पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) से जुड़े घोटाले का आकार कम से कम 10,000 करोड़ रुपये तक का है।
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