नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेता अरुण जेटली ने हालिया एक बयान दिया था जिसमे उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी असम के राष्ट्रीय नागरिक पंजी. (एनआरसी) के मुद्दे पर देश की एकता के साथ भेदभाव कर रही हैं. जिसके जवाब में अरुण जेटली पर पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि नागरिकता कोई गिफ्ट नहीं है जिसे दिया या वापस लिया जा सके.
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मामले में अरुण जेटली की आलोचना करते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि संप्रभुता बेशक भारत की आत्मा है, धर्मनिरपेक्षता देश की आंतरिक शांति है. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘एक के बिना दूसरा निर्थक है. नागरिकता हर किसी का मूलभूत अधिकार है कोई उपहार या खिलौना नहीं. आपसे निवेदन करता हूँ कि इस प्रकार देश को तोड़ने का खेल मत खेलिए और कृपया कर आप अपनी सेहत का ध्यान रखें. आपके शीघ्र स्वस्थ होने की प्राथना में भगवान् से करता हूं.’
इस मुद्दे (एनआरसी) पर माकपा ने बयान जारी करते हुए कहा असम के राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण से जुड़ी सभी शिकायतों की बारीकी से जांच होनी चाहिए और किसी भी भारतीय को इस लिस्ट से बाहर नहीं रखा जाना चाहिए. सब को अपना हक़ मिलना चाहिए.
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