नई दिल्ली: भारत ने शुक्रवार को अपने पड़ोसी मुल्क म्यांमार, सेशेल्स और मॉरीशस में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के कोरोना वायरस की वैक्सीन ‘कोविशिल्ड’ को डोनेशन के रूप में भेजा है. यह वैक्सीन अनुदान सहायता के तहत सबसे पहले भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को भेजी जा रही है.
वहीं अफगानिस्तान और श्रीलंका को भी वैक्सीन भेजने का प्लान है. इन डोनेशनों के अलावा भी भारत के साथ समझौता करने वाले कई देशों में कोविशिल्ड की सप्लाई आज यानी 22 जनवरी से आरंभ हो जाएगी. जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की सुबह ब्राजील और मोरक्को के लिए दो विमान वैक्सीन की दो मिलियन खुराक ले जाएंगे. भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट 'नीति के तहत नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और मालदीव को कोविशिल्ड पहुंचाई जा चुकी हैं, क्योंकि पड़ोसी पहले नीति के तहत आवश्यकता पड़ने पर भारत अपने मित्र राष्ट्रों की हर तरह की सहायता करेगा.
भारत इससे पहले भी मार्च और अप्रैल 2020 के बीच, जब विश्व कोरोना की गिरफ्त में आ रहा था और दुनिया के हर प्रमुख राजधानी शहर में लॉकडाउन लगाया जा रहा था, तब चीन के वुहान से अपने पड़ोसी देश मालदीव के नागरिकों को निकालने में मालदीव की सहायता की थी. इसके साथ ही पूरे कोरोना महामारी के दौरान भारत ने मालदीव में 14 सदस्यीय रैपिड रिस्पॉन्स टीम तैयार किया था. इस टीम में डॉक्टर और पैरामेडिक्स शामिल थें जो वायरस से निपटने में मालदीव के अधिकारियों और कर्मियों का मार्गदर्शन करते थें.
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