ज्योतिष शास्त्र में भले ही उपाय आदि बताकर व्यक्ति को सफल बनाने का प्रयास किया जाता हो लेकिन ज्योतिष से जुड़े विद्वानों का यह भी मानना है कि कर्म करने से ही फल की प्राप्ति तो होती ही है वहीं कर्म करने वाला व्यक्ति अपने भविष्य का स्वयं निर्माण कर सकता है। इसलिए मनुष्य को कर्म करने के प्रति हमेशा सजग रहना चाहिए।
आज का कर्म ही कल का भविष्य है, इस बात को यदि मनुष्य ने गांठ बांध ली तो उसका जीवन सफल सिद्ध हो सकता है, उसे न तो किसी बात की समस्या घेर सकती है और न ही संकट का सामना करना पड़ सकता है। कर्म को प्रधानता देने के लिए तो हमारे शास्त्रों ने भी संदेश दिया है। कर्म किए जा....फल की इच्छा मत कर....!
कर्म करने वाला व्यक्ति भविष्य का निर्माण स्वयं कर सकता है। वस्तुतः ज्योतिष शास्त्र में व्यापक दृष्टिकोणों से सीख भी दी गई है वहीं ज्योतिषियों द्वारा समस्या का समाधान कराने के लिए आने वाले व्यक्ति से यही कहा जाता है कि ईश्वर पर भरोसा रखकर बताए हुए उपाय किये जाए पर कर्म करने से पीछे नहीं हटे।