भोपाल: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने आज यानी गुरुवार को जर्मनी को 5-4 से पराजित कर कांस्य पदक अपने नाम कर लिया है। करीब 41 साल बाद भारत ओलिंपिक में कोई पदक जीता है। जी दरअसल इससे पहले भारत ने 1980 मास्को ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीता था। भारतीय पुरुष हॉकी टीम में मध्य प्रदेश हॉकी अकादमी में प्रशिक्षण ले चुके विवेक सागर प्रसाद और नीलाकांता शर्मा भी शामिल रहे। दोनों ने इस मैच के दौरान जोरदार प्रदर्शन किया और ओलिंपिक पदक विजेता बनकर इतिहास रच दिया। मिली जानकारी के तहत विवेक ने अर्जेन्टीना और नीलाकांता ने जापान के खिलाफ शानदार गोल कर भारतीय टीम को ग्रुप ए में दूसरे स्थान पर पहुंचाया था।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश राज्य हॉकी अकादमी के पूर्व मुख्य कोच व ओलिंपयन अशोक ध्यानचंद ने विवेक व नीलाकांता को तैयार किया है। ऐसे में हाल ही में उन्होंने एक बयान देते हुए कहा, 'इस जीत ने भारत को चार साल आगे कर दिया है। जब भी हम ओलिंपिक में हारते है। आज हमारे इन लड़कों ने सिर्फ इतने साल बाद पदक जीता, बल्कि हॉकी के गौरव को फिर से लौटा दिया है। विवेक और नीलाकांता ने भी जोरदार प्रदर्शन किया है। यह दोनों खिलाड़ी हमारी अकादमी के बेहतरीन खिलाड़ी रहे है।'
वहीँ आंकडों के माहिर जोस चाको का कहना है कि, 'पिछली बार 1980 मे भास्करन की कप्तनी में स्वर्ण पदक जीता था। पूरी टीम पदक जीतने के इरादे से ही मैदान पर उतरी थी। पिछड़ने के बाद भी टीम ने जोरदार वापसी की है। सेमीफाइनल में बेल्जियम से हार के बाद भारतीय टीम निराश नही हुई थीं, बल्कि दोगुने जोश के साथ खेली है। यह जीत भारतीय हॉकी के लिए शुभ साबित होगी।'
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