नई दिल्ली: Tokyo Olympics 2020 में वेटलिफ्टिंग प्रतिस्पर्धा में रजत पदक जीतने के बाद देश की बेटी मीराबाई चानू ने सभी का शुक्रिया अदा किया है. उन्होंने कहा कि यह एक सपने के हकीकत होने जैसा था. चानू ने आगे कहा कि, ''मैं अपना पदक अपने देश को समर्पित करना चाहूंगी और लोगों का धन्यवाद करना चाहूंगी कि मेरे इस सफर के दौरान उन्होंने मेरे लिए दुआएं कीं. चानू ने कहा कि मैं अपने परिवार को धन्यवाद कहना चाहूंगी विशेषतौर पर मेरी मां का जिन्होंने मेरे लिए बहुत त्याग किया और मुझपर भरोसा किया.'' बता दें कि देश के लिए पदक जीतने वाली मीराबाई हमेशा भारत की मिट्टी अपने साथ रखती हैं.
चानू ने कहा मेरा समर्थन करने के लिए हमारी सरकार का भी विशेष शुक्रिया, खेल मंत्रालय, SAI, IOA, वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया, रेलवे, OGQ, स्पॉन्सर्स और मेरी मार्केटिंग एजेंसी के मेरे इस सफर में लगातार सपोर्ट करने के लिए धन्यवाद. मैं अपने कोच विजय शर्मा सर और स्टाफ को धन्यवाद कहना चाहूंगी. इन लोगों ने मुझे प्रेरित किया और ट्रेनिंग में सहायता की. देश के सभी लोगों और वेटलिफ्टिंग बिरादरी का एक बार फिर बहुत-बहुत शुक्रिया. जय हिंद.
मीराबाई के पिता कीर्ति सिंह ने कहा, मुझे बेहद खुशी है कि मेरी बेटी ने ओलंपिक में रजत पदक जीता है. यह सपना सच होने जैसा है. मेरी बेटी ने शुरू में बहुत सारी समस्याओं का सामना किया. वह बहुत मेहनती है. वह ट्रकों के ऊपर बैठकर अभ्यास के लिए 35 किलोमीटर दूर खुमान लामपाक स्टेडियम जाया करती थी. मुझे अपनी बेटी पर गर्व है जिसने देश को गर्व का लम्हा दिया है.
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