टोक्यो पैरालंपिक में भारत के खिलाड़ियों का प्रदर्शन जबरदस्त रहा है वही भारत के कृष्णा नागर ने पुरुष बैडमिंटन में स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। SH6 के फाइनल मुकाबले में कृष्णा नागर ने हॉन्गकॉन्ग के Chu Man Kai को 21-17, 16-21, 21-17 से शिकस्त देकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। ये टोक्यो पैरालंपिक में भारत का 5वां स्वर्ण रहा। इसी के साथ अब मेडल की संख्या बढ़कर 19 हो गई है।
वही इससे पूर्व कृष्णा नागर ने सेमीफाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के क्रिस्टन कूंब्स को 21-10, 21-11 से पराजित किया था। SH6 श्रेणी में वह खिलाड़ी भाग लेते हैं, जिनकी लंबाई नहीं बढ़ती। जब कृष्णा 2 वर्ष के थे, तो उनके परिवार को इसका पता चला था। इसके पश्चात् कृष्णा का रुझान खेल की ओर हो गया। उन्होंने स्वयं को खेलों के लिए समर्पित कर दिया। खेल के प्रति दीवानगी इस तरह थी कि अभ्यास के लिए घर से 13 किमी दूर स्टेडियम जाते थे।
वही दूसरी तरफ भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी और गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एल यथिराज ने भी एक नया इतिहास रच दिया है। जी दरअसल उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर सभी को ख़ुशी दी है। आज यानी रविवार को उन्हें बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स एसएल4 फाइनल में फ्रांस के वर्ल्ड नंबर-1 लुकास मजूर ने 63 मिनट में 15-21, 21-17, 21-15 से हराया। आप सभी को बता दें कि 38 साल के सुहास ने पैरालंपिक के बैडमिंटन इवेंट में प्रमोद भगत के गोल्ड के बाद सिल्वर मेडल दिलाया।
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