जबलपुर। प्रदेश में हर जगन्नाथ मंदिरों से रथ पर सवार होकर जगत के पालनहार भगवान जगन्नाथ स्वामी अपने बड़े भाई बलदाऊ और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार हो कर नगर भ्रमण पर निकलते हैं। नगर भ्रमण करने के दौरान रथ पर सवार जगन्नाथ के दर्शन करके दर्शनार्थी के भाग्य खुल जाते हैं। शर में इस यात्रा के दौरान लोगो के बिच जगन्नाथपुरी जैसा माहौल एवं उत्साह देखने को मिलता है।
कहा जाता है की भगवन भक्त के वश में होते है, भक्त के हर सुख, दुःख एवं कष्ट में पालनहार श्री जगन्नाथ हमेशा उनके साथ रहते है। श्री जगन्नाथ एक पखवाड़ा बीमार होने के बाद स्वस्थ होने के पश्चात् भक्तों को दर्शन देने के लिए श्री जगन्नाथ स्वामी अपने बड़े भाई बलदाऊ और बहन सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण पर निकले थे।
संतों की उपस्थिति में 20 जून को शाम 4 बजे बड़े फुहारा में रथ यात्रा निकलेगी। 1870 में हनुमानताल में जगदीश मंदिर स्थापना की गई थी। यहां भगवान जगन्नाथ स्वामी, बहन सुभद्रा और भाई बलराम की प्रतिमाएं हैं। मंदिर से लगभग 123 साल से रथ यात्रा निकाली जा रही है। उल्लेखनीय है कि साहू समाज की गौरव भक्त शिरोमणि मां कर्मा देवी के हाथों बनी खिचड़ी खाने भगवान मंदिर के छप्पन भोग छोड़कर मंदिर के बाहर आते थे और मां कर्मा के हाथों से खिचड़ी खाते थे।
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