देशभर में कोविड की दूसरी लहर का कहर और भी बढ़ता जा रहा है। इससे बचने के लिए लोग कई हथकंडे अपना रहे हैं। कुछ लोग काला जादू का सहारा लेने में लगे हुए है, तो कुछ अलग तरीके से बचने की कोशिश कर रहे हैं। राजस्थान के भीलवाड़ा में इस महामारी से बचने के लिए घरों के बाहर जूते-चप्पल लटका रखे हैं। भीलवाड़ा के दंतरा बांध गांव में लोगों ने कोविड से बचने के लिए अपने घरों के बाहर जूते-चप्पल बांध रखे हैं साथ ही झोलाछाप डॉक्टरों के सहारे जी रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार गांव में पिछले 25 दिन के अंदर इन्फ्लूएंजा के कारण 28 लोगों की जान जा चुकी है। एक अंग्रेजी मीडिया की रिपोर्ट का कहना है कि गांव में एक झोलाछाप ने लोगों को चेतावनी दी कि कोविड उनके पूर्वजों द्वारा की गई हत्याओं का बदला लेने के लिए आया है।
लोगों ने उड़ाया मजाक- ग्रामीण: जंहा इस बात का पता चला है कि गांव के मोहन लाल खतीक का बोलना है कि घर के बाहर जूते बांधने से वायरस घरों में नहीं फैलता। जो लोग इसका मजाक उड़ा रहे थे, उनकी जान चली गई है, लेकिन हम लोग जिसके लगाने से बचे हुए हैं। बीते एक माह में खतीक के तीन रिश्तेदारों की जान जा चुकी है, हालांकि मौत की वजह का अभी तक पता नहीं चला है। खतीक का कहना है कि अगर ये लोग अपने घरों के बाहर इसे टांग देते तो यह दिन देखने को नहीं पड़ता। जब मैंने इसे टांगा तो इन्ही लोगों ने मजाक उड़ाना शुरू कर दिया पर हम इसे टांगे रखे ।
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