इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर के महू के कोरल गांव में देर रात एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें एक निर्माणाधीन फार्महाउस की छत गिर गई। इस हादसे में 4-5 मजदूर मलबे के नीचे दब गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। शुरुआत में जेसीबी की अनुपस्थिति के कारण मजदूरों को निकालने में कठिनाई आई, लेकिन बाद में जेसीबी मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्य शुरू किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सभी मजदूर छत के नीचे सो रहे थे। इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मलबे के नीचे 6 मजदूर दबे हैं, जिनमें से एक शव निकाला गया है। ग्रामीण एसपी हितिका वासल के अनुसार, अब तक 5 शव निकाल लिए गए हैं और मलबा हटाने का कार्य जारी है। यह भी पता चला है कि मलबे के नीचे दबे मजदूरों की संख्या अधिक हो सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, फॉर्म हाउस पर अवैध निर्माण कार्य किया जा रहा था, और इस संदर्भ में जिम्मेदार अधिकारियों पर सवाल उठ रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि हादसे में आधा दर्जन से अधिक मजदूरों की मौत की आशंका है, हालांकि पुलिस ने अभी तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं की है। खबरों के अनुसार, मजदूरों को किसी ठेकेदार के माध्यम से मध्य प्रदेश के बाहर से लाया गया था। छत पर लोहे के एंगलों के साथ काम किया जा रहा था। छत गिरने के बाद सिमरोल पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है और बड़े पैमाने पर बचाव कार्य जारी है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सभी मजदूरों की मौत हो चुकी है और छत अभी भी मलबे पर पड़ी हुई है। छत दो-तीन दिन पहले डाली गई थी। ग्रामीण एसपी रूपेश द्विवेदी ने कहा कि मलबे को हटाने के लिए 3-4 क्रेन की आवश्यकता होगी, और फिलहाल एक क्रेन मौके पर है। अन्य बचाव दल भी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। इस घटना में हाइड्रा, 2 जेसीबी और 1 पोकलेन शामिल है, और एसडीएम चरणजीत सिंह हुड्डा भी मौके पर मौजूद हैं। फॉर्म हाउस पर अलग-अलग कॉटेज बनाए जा रहे थे, और एक कॉटेज के नीचे सभी मजदूर सो रहे थे जब छत गिरी।
'पति से गुजारा भत्ता लेने की हकदार नहीं पत्नी', इस मामले पर कोर्ट ने की अहम टिप्पणी
लेह में हुआ बड़ा हादसा, सेना ने ऐसे बचाई 27 लोगों की जान
हिंडनबर्ग को लेकर MP में कांग्रेस का प्रदर्शन, आक्रामक अंदाज में उतरे बड़े नेता