देहरादून: उत्तराखंड में नैनीताल के पास भीमताल से हल्द्वानी जा रही उत्तराखंड परिवहन निगम की एक बस गहरी खाई में गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि करीब 24 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज और आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
घटना नैनीताल के सलड़ी इलाके में हुई। बताया जा रहा है कि बस में कुल 38 यात्री सवार थे। हादसा तब हुआ, जब बस एक तीखे मोड़ पर सामने से आ रही कार को बचाने की कोशिश में अनियंत्रित हो गई और सीधा खाई में जा गिरी। हादसे की जानकारी मिलते ही सीडीआरएफ और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। स्थानीय लोगों ने भी बचाव कार्य में बढ़-चढ़कर मदद की। घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाने के लिए प्रशासन ने तुरंत एंबुलेंस की व्यवस्था की। एसएसपी प्रहलाद मीणा ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उनके साथ प्रशासन के कई अधिकारी भी पहुंचे और बचाव अभियान की निगरानी की। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने जिलाधिकारी नैनीताल से फोन पर पूरी घटना की जानकारी ली और घायलों के इलाज के लिए सभी जरूरी मदद मुहैया कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को हरसंभव आर्थिक और सामाजिक सहायता देने का भी आश्वासन दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही जिले की प्रभारी मंत्री रेखा आर्य और डीएम वंदना सिंह हल्द्वानी के अस्पतालों में घायलों का हालचाल लेने पहुंचीं। उन्होंने डॉक्टरों को घायलों के इलाज में किसी भी तरह की कोताही न बरतने के निर्देश दिए। हादसे के बाद इलाके में दहशत फैल गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस मोड़ पर यह दुर्घटना हुई, वह बेहद खतरनाक है और पहले भी वहां कई हादसे हो चुके हैं।प्रशासन ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। यह देखा जा रहा है कि कहीं बस की तकनीकी खराबी तो हादसे की वजह नहीं बनी। वहीं, ड्राइवर की लापरवाही या सड़क की स्थिति पर भी जांच की जा रही है। यह हादसा एक बार फिर से पहाड़ी रास्तों की सुरक्षा व्यवस्था और यातायात नियमों की स्थिति पर सवाल खड़े करता है। स्थानीय लोग लंबे समय से इन सड़कों पर बैरियर और साइन बोर्ड लगाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
घायलों की स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है, लेकिन इस दर्दनाक हादसे ने कई परिवारों को गहरे दुख में डाल दिया है। प्रशासन अब इस घटना के पीछे की वजहों की जांच में जुट गया है।