अमृतसर : शक्रवार को देशभर में दशहरे की धूम मची हुई थी. हर कोई बुराई के प्रतिक रावण के दहन को देख रहा था और इसी बीच ट्रेन काल बनकर आ गई और कई लोगों को अपने साथ ले गई. बीती रात ऐसा हादसा अमृतसर में हुआ जब रावण दहन देख रहे कई लोग ट्रेन की चपेट में आ गए और उनके चिथड़े-चिथड़े उड़ गए. रावण दहन देख रहे लोगों पर ट्रेन चढ़ गई जिसके कारण करीब 61 लोगों ने अपनों जान गवां दी. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं मरने वालों की संख्या में अभी और भी बढ़ोतरी हो सकती है.
बताया जा रहा है कि ट्रैक पर सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे. भीड़ रावण दहन देखने में व्यस्त थी और पटाखों के शोर में रेल की आवाज दब गई जिसके कारण लोगों को ट्रेन आने का पता नहीं चला. ऐसा ही एक हादसा 32 साल पहले केरल के तिल्लीचेरी में त्यौहार के समय पर हुआ था. इस हादसे में भी 26 लोगों की मौत हो गई थी और 100 लोग घायल हो गए थे. यहां भारी मात्रा में लोग आतिशबाजी देखने के लिए इकट्ठा हुए थे. ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ पटाखे वहां मौजूद लोगों पर गिर पड़े थे और इसके कारण भगदड़ मच गई थी. इस दौरान एक एक्सप्रेस ट्रेन सामने से स्पीड में आ रही थी और इस वजह से ट्रेन रुक नहीं पाई और लोग उसकी चपेट में आ गए.
इसके साथ ही साल 2014 में पटना के गांधी मैदान में रावण दहन के दौरान भगदड़ मचने से करीब 33 लोगों की मौत हो गई थी और 29 लोग घायल हो गए थे. ये हादसा उस समय हुआ था जब लोग रावण दहन देखने के बाद पटना के गांधी मैदान से वापस लौट रहे थे.
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