नई दिल्ली : जैसे-जैसे दुनिया में तकनीकी तरक्की हो रही है वैसे ही साइबर क्राइम भी बढ़ता जा रहा है जो सभी देशों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. इसी पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एनएसजी जैसे विशेष कमांडो सहित साइबर सुरक्षा एजेंसियों के कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि साइबर हमलो से उभरते हुए खतरों से निपटा जा सके.
राजनाथ सिंह गुरुग्राम में 8वें अखिल भारतीय पुलिस कमांडो प्रतियोगिता के समापन समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे वहीँ उन्होंने सभा को सम्बोधित करते हुए यह भाषण दिया. उन्होंने आगे कहा कि, राष्ट्र की सुरक्षा को सबसे बड़ा खतरा वेबसाइट के हैक होने और डाटा लीक होने की वजह से है. किसी वेबसाइट का हैक होना और डाटा चोरी होना ही सबसे बड़ा राष्ट्रीय खतरा है और हमे इससे निपटने के लिए तैयार रहना होगा.
वहीँ उन्होंने कहा कि कमांडोज़ को अब अन्य खतरों के साथ-साथ साइबर जगत से जुड़े इन खतरों से भी सतर्क रहने की जरूरत है. देश में अभी तक जो भी खतरे राष्ट्रीय सुरक्षा के समक्ष पेश आ रहे थे, उसमे अब साइबर जगत के खतरे के रूप में चौथा आयाम भी जुड़ गया है. NSG को इस प्रतियोगित में विजयी घोषित किया गया. इस प्रतियोगिता में राज्य पुलिस और केंद्रीय अद्धसैनिक बलों की 25 टीमों ने भाग लिया था.
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