भोपाल: परिवहन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की अनिश्चित कालीन हड़ताल बीते गुरुवार को परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत से दूरभाष पर चर्चा उपरांत समाप्त हो गई है। जी दरअसल इस बारे में श्री राजपूत ने बताया कि मध्यप्रदेश परिवहन (राजपत्रित) अधिकारी संघ के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह रघुवंशी द्वारा विभागीय मांगों के संबंध में उन्हें अवगत कराया गया था। इसके अलावा उन्होंने अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा को उनकी मांगों के संबंध में शीघ्र निराकरण के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
आप सभी को हम यह भी बता दें कि परिवहन विभाग के अधिकारियों को न्यायाधीश संरक्षण अधिनियम के तहत शामिल किए जाने, वेतन विसंगति, विभाग के लिपिकों को विभागीय परीक्षा के माध्यम से उप निरीक्षक के पद पर पदोन्नति, पुलिस विभाग की तरह परिवहन विभाग के अधिकारियों के पदनाम परिवर्तन, आरटीओ ऑफिस में लिपिक/प्रवर्तन अमले की शीघ्र पदस्थापना, गुमनाम एवं निराधार शिकायतों पर विचार नहीं किए जाने जैसी शिकायतों का शीघ्र परीक्षण करवाने और विभागीय मैन्युअल शीघ्र बनाए जाने के संबंध में श्री राजपूत ने शीघ्र कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा आपकी जानकारी के लिए हम यह भी बता दें कि श्री राजपूत वर्तमान में कोरोनो पॉजिटिव होने के कारण अस्पताल में इलाजरत हैं।
हाल ही में दिए गए एक बयान में उन्होंने कहा कि, 'सरकार, अधिकारी-कर्मचारी एवं आमजन सभी कोरोना संक्रमण से फैली अव्यवस्था को सुचारू रूप से सक्रिय करने के लिए प्रयासरत हैं। इस स्थिति में अधिकारी एवं कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण भी महत्वपूर्ण है।' इसी के साथ आरटीओ भोपाल एवं मध्यप्रदेश राजपत्रित अधिकारी संगठन महा सचिव संजय तिवारी ने संघ की ओर से परिवहन मंत्री का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से अधिकारी एवं कर्मचारियों की बहुप्रतिक्षित मांगे पूरी होंगी। वहीं परिवहन विभाग तृतीय वर्ग कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष श्याम यादव ने परिवहन मंत्री को धन्यवाद दिया।
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