आज हम आपके साथ शेयर करने जा रहे है उत्तर प्रदेश घूमने के कुछ ख़ास जगहों के बारे में। जी हाँ उत्तर प्रदेश में जब टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स का जिक्र होता है, तब लोगों के दिमाग में पहली तस्वीर आगरा और वाराणसी की आती है। यह सच है कि दोनों ही शहर काफी पॉप्युलर हैं। लेकिन हम आपको उत्तर प्रदेश के कुछ ऐसे डेस्टिनेशन्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें देखकर आप कहेंगे, ‘इन्हें नहीं देखा तो उत्तर प्रदेश नहीं देखा।’ वाराणसी से 10 किलोमीटर की दूरी पर बौद्ध धर्म का एक पवित्र स्थान सारनाथ है। यहां जाकर आप सुकून के कुछ पल बिता सकते हैं। दुनियाभर से लोग यहां घूमने आते हैं। सारनाथ में भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद अपना पहला उपदेश दिया था। यहां पर कई खूबसूरत स्तूप और मंदिर हैं। मीरजापुर जिले के विंध्य पर्वत पर स्थापित माता विंध्यवासिनी का मंदिर 51 शक्तिपीठ में से एक है। महाभारत हो या पद्मपुराण, हर जगह मां के इस स्वरूप का वर्णन मिलता है।
ध्यान देने वाली बात ये है कि मंदाकिनी नदी के किनारे बसा चित्रकूट उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच स्थित है। यहां पर कई हिंदू मंदिर हैं। अगर आप हिंदू पौराणिक कथाओं में खो जाना चाहते हैं तो आपको यह प्राचीन महत्व का शहर जरूर घूमना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि राम-भरत मिलाप यहीं पर हुआ था। अगर आप हर तरफ हरियाली और वन्यजीवों की मस्तियां देखने के शौकीन हैं, तो आपको दुधवा नैशनल पार्क आना चाहिए। जंगली जानवरों के अलावा यहां आपको यूरेशियन मरून ओरियोल, यूरेशियन गॉशहॉक और रेड हेडेड वल्चर्स जैसे खूबसूरत पक्षी भी नजर आ सकते हैं। नवंबर से दुधवा के जंगल आम लोगों के लिए खोल दिए जाते हैं। नैशनल चंबल घड़ियाल सेंचुरी करीब 600 किमी लंबा है और यह मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में हैं। साल 1973 में चंबल नदी के अधिकांश भाग को नैशनल सेंचुरी घोषित किया गया था। लगभग 2100 वर्ग मीटर में फैले इस सेंचुरी में साल 1989 से घड़ियालों को संरक्षण देना शुरू हुआ था।
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